ऑटो के मनमाने किराया से परेशान हैं लोग

अफ़राद से महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय आने-जाने वाले यात्री को 40 से 35 रुपए किराया ऑटो व ई रिक्शा चालकों को देना पड़ता है. अफ़राद - महाराजगंज की दूरी मात्र 10 किलोमीटर है. प्रतिदिन इस रास्ते से होकर कई दर्जन सवारी गाड़ियां आती जाती हैं. इसको लेकर यात्रियों और चालकों के बीच किराए को लेकर बहस होती रहती है. कभी-कभी तो कम किराए देने पर गरीब महिलाओं को ऑटो से उतार तक दिया जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 26, 2024 9:38 PM

महाराजगंज. अफ़राद से महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय आने-जाने वाले यात्री को 40 से 35 रुपए किराया ऑटो व ई रिक्शा चालकों को देना पड़ता है. अफ़राद – महाराजगंज की दूरी मात्र 10 किलोमीटर है. प्रतिदिन इस रास्ते से होकर कई दर्जन सवारी गाड़ियां आती जाती हैं. इसको लेकर यात्रियों और चालकों के बीच किराए को लेकर बहस होती रहती है. कभी-कभी तो कम किराए देने पर गरीब महिलाओं को ऑटो से उतार तक दिया जाता है. अधिक किराये का बोझ सबसे अधिक महाराजगंज स्कूल के छात्रों व गरीब लोगों को झेलना पड़ता है. कई छात्र बताते हैं कि रास्ते में कहीं चढ़िए, कहीं उतारिए ऑटो चालक को 30 से 35 रुपए देने पड़ते हैं. छात्रों ने बताया कि अफ़राद से महाराजगंज का भाड़ा अधिक है. ऑटो चालक हम लोगों से मनमाने ढंग से रुपये लेते हैं. किराए का रूट चार्ट उनसे मांगा जाता है तो देने में आनाकानी करते हैं. प्रतिदिन आने-जाने में 60 से 65 रुपए का खर्च आता है. यह छात्र व आने -जाने बताते हैं कि ऑटो व ई रिक्शा चालकों को रूट चार्ट के बारे में कोई अता पता नहीं है. वहीं इस संबंध में एसडीओ अनिल कुमार ने बताया कि लोगों द्वार लिखित शिकायत देने पर कार्रवाई की जायेगी.

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