पारा पहुंचा 44 पर, सीजन का सबसे गर्म दिन रहा शनिवार
मौसम की तपिश लगातार बढ़ती जा रही है. अधिकतम तापमान में तो वृद्धि हो ही रही है, वहीं न्यूनतम तापमान भी अब इजाफा होने लगा है.
सीवान. मौसम की तपिश लगातार बढ़ती जा रही है. अधिकतम तापमान में तो वृद्धि हो ही रही है, वहीं न्यूनतम तापमान भी अब इजाफा होने लगा है. अप्रैल में होने वाली धूप और इसकी वजह से बढ़ रहे तापमान ने मई-जून की गर्मी को भी पीछे छोड़ दिया है. मौसम विभाग के आंकड़ों में मई का औसत तापमान 38 और जून का 40 डिग्री सेल्सियस है. शनिवार को सीजन का अबतक कासबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया. इस दौरान पारा 44 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े तक पहुंच गया. इस दौरान गरम पछुआ हवा लोगों की परेशानी बढ़ाती रही. लोगों को 48 से 50 डिग्री से अधिक तापमान का अहसास हुआ. मौसम विभाग के जिम्मेदारों की मानें तो आने वाले दिनों में भी तापमान से कोई राहत मिलने के आसार नहीं है. पश्चिमी विक्षोप व मानसून के सक्रिय होने पर ही गर्मी से राहत मिल सकती है. कड़ी धूप में तापमान सामान्य से ज्यादा रिकॉर्ड किया जा रहा है. शनिवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. यह औसत से करीब 5 डिग्री अधिक रहा. वहीं न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गई. यह 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. मौसम विभाग की मानें तो 2023 में 20 अप्रैल को सबसे अधिक तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था, जबकि 2022 में को यह 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था. इसी तरह अप्रैल 2021 और 2020 में भी पारा 40 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को पार कर चुका है. जबकि अप्रैल का औसत तापमान 37 से 38 डिग्री सेल्सियस है.अप्रैल में तापमान पिछले कुछ सालों से बढ़ रहा है. पिछले तीन सालों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार ही रहा है.साल दर साल तापमान में हो रही बढ़ोतरी पर्यावरण व मानव जीवन के लिए घातक हो सकता है. जिले में तापमान तेजी से बढ़ रहा है. दिन में गर्म हवा के थपेड़ों के कारण सेहत बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर चिकित्सक लोगों से बाहर निकलने में कोताही बरतने की सलाह दे रहे है. गर्मी के प्रकोप का सेहत पर व्यापक असर दिख रहा है. अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ी है.तेज धूप और लू के इस मौसम में हीट-स्ट्रोक और गर्मी के कारण शरीर पर होने वाले कई तरह के दुष्प्रभावों का खतरा काफी बढ़ गया है. जिले के सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों में इन दिनों गर्मी संबंधी बीमारियों के मरीजों की तादाद काफी बढ़ गई है. चिकित्सक मौसम के प्रति लोगों को विशेष बचाव करते रहने की सलाह भी दे रहे है.