पकड़ी के मुखिया प्रभुनाथ की करेंट लगने से मौत

प्रखंड के मंद्रापाली गांव व पकड़ी पंचायत के मुखिया प्रभुनाथ यादव (48) की मंगलवार की अपराह्न दो बजे करेंट लगने से मौत हो गयी

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2024 10:19 PM

संवाददाता, हसनपुरा : प्रखंड के मंद्रापाली गांव व पकड़ी पंचायत के मुखिया प्रभुनाथ यादव (48) की मंगलवार की अपराह्न दो बजे करेंट लगने से मौत हो गईयी मुखिया सुबह से घर के अहाते में ट्रैक्टर से मिट्टी डलवा रहे थे. मिट्टी भरवाने के दौरान ट्रैक्टर से बिजली का तार टूट गया. तार को पास के अमरुद के पेड़ के डाल में लपेटकर पुन: जोड़ने के लिए लाइन मिस्त्री को आने का प्रतीक्षा करते हुए नंगे पांव कुदाल से मिट्टी समतलकर रहे थे.इसी दौरान अमरुद के पेड़ के पास खड़ा होकर आराम करने लगे. टूटे तार से अमरुद के पेड़ में विद्युत प्रवाह था.जैसे ही पेड़ के संपर्क में आये करेंट लग गया. करेंट लगने के बाद जैसे ही चिल्लाए, पास खड़े मजदूर ने कुदाल की बेंत से तार हटाया और इसकी सूचना घर वालों को दी. जहां तुरंत घर के वहां पहुंच कर शरीर में राख का लेप लगाया. उसके बाद आनन फानन में इलाज के लिए दरौंदा स्थित निजी क्लिनिक ले गए. जहां स्थिति गंभीर होने पर चिकित्सकों ने सीवान सदर अस्पताल रेफर कर दिया. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया.चीख चीत्कार से समूचा माहौल गमगीन हो गया. सभी विलाप करने लगे. इधर मुखिया की मौत की घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गयी.देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. वे पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव का करीबी थे. मुखिया की मौत के बाद दोनों पंचायत के लोगों में काफी उदासी छायी हुई है. मृतक पांच भाई व तीन बहनों में सबसे बड़े थे. उनके दो पुत्र व तीन पुत्रियां है. सबसे बड़ी पुत्री है. मुखिया की राजनीतिक सफर दिवंगत मुखिया प्रभु नाथ यादव 2001 में मुखिया रहे नौसेर सांइ की हत्या के पश्चात ढाई साल बाद हुए उप चुनाव में प्रभुनाथ यादव चुनाव जीते थे. उसके बाद दो बार लगातार मंद्रापाली पंचायत का मुखिया रहे. 2016 में मंद्रापाली पंचायत सुरक्षित सीट होने के बाद पास के पंचायत पकड़ी से 2016 में मुखिया पद का चुनाव लड़ा था. लेकिन इस चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा था. उसके बाद 2021 में हुए पंचायत चुनाव में पकड़ी पंचायत के मुखिया निर्वाचित हुए थे. मिलनसार थे मुखिया दिवंगत मुखिया प्रभुनाथ यादव काफी मिलनसार थे. समाजिक कार्यों व लोगों के सुख दु:ख में सबसे आगे रहते थे. पंचायत क्षेत्रों में जब भी महायज्ञों में कलशयात्रा के दौरान लोगों को शर्बत व पानी पिलाने में आगे रहते थे.अचानक मुखिया की मौत की घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है. दो बार भाजपा के मंडल रहे अध्यक्ष दिवंगत मुखिया प्रभुनाथ यादव भाजपा का काफी सक्रिय सदस्य रहे. वे दरौंदा विधान सभा क्षेत्र के पूर्वी मंडल क्षेत्र में लगातार दो बार भाजपा मंडल अध्यक्ष पद पर रहे.उनके मंडल अध्यक्ष पर रहते पार्टी की मजबूती के लिए योगदान किया था.उनके आकस्मिक निधन के बाद लोगों में काफी मायुशी है.

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