पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से मरीजों को परेशानी
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले के सदर अस्पताल के मरीजों के लिए पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने से मरीज प्यास लगने पर पानी के लिए भटकते हैं
संवाददाता, सीवान. सुबे के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले के सदर अस्पताल के मरीजों के लिए पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने से मरीज प्यास लगने पर पानी के लिए भटकते हैं.लगभग 45 लाख आबादी के बीच सदर अस्पताल में प्रतिदिन हजारों लोग उपचार कराने के लिए आते है.अस्पताल प्रशासन द्वारा आरओ सहित एक वाटर कूलिंग मशीन ओपीडी के सामने तथा एक ओटी के समीप वेटिंग एरिया में लगाया गया था.रखरखाव के अभाव में दोनों वाटर कूलिंग मशीन खराब हो गई तो एक मशीन की हटा दिया गया.इन वाटर कूलिंग मशीनों के खराब होने का कारण वर्षों से गंदे पड़े वाटर टैंक से इसका कनेक्शन किया जाना बताया जाता है.ओपीडी एवं आपातकक्ष के सामने का हैंड पंप दुषित जल देता है.इसका पानी रखने पर दस मिनट में ही पीला पड़ जाता है.सदर अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों,मरीजों के परिजनों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को पेयजल की एक मात्र व्यवस्था वाटर एटीएम है.अधिकांशतः वाटर एटीएम खराब होने के कारण पैसे खर्च करने के बावजूद लोगों की प्यास नहीं बुझ पाती है. सांसद मद से लगा वाटर एटीम भी बनी शोभा की वस्तु सदर अस्पताल में पेयजल की समस्या को देखते हुए ततकालीन सांसद ओमप्रकाश यादव ने अपने फंड से करीब पंद्रह लाख रुपये खर्च कर वाटर एटीएम लगवाया है.लेकिन वाटर एटीएम से हमेशा पानी नहीं मिल पाता है.सुबह एवं शाम में जब इसका ऑपरेटर आता है तथा मशीन को चलाता है तब पानी मिलता है.जिस संवेदक को वाटर एटीएम चलाने की जिम्मेवारी दी गयी है. मशीन लग जाने के बाद वाटर एटीएम के रख-रखाव में उसकी रुचि नहीं है. जबकि अस्पताल प्रशासन ने नि:शुल्क जगह तथा बिजली की सुविधा उपलब्ध कराया है. पंप हाउस के पानी का नहीं होता उपयोग सदर अस्पताल परिसर में ही पीएचइडी का पंप हाउस है . यह सुबह शाम एक-एक घंटे की सेवा देता है . सदर अस्पताल में पानी स्टोर करने का कोई जल मीनार नहीं होने के कारण मरीजों व उनके परिजनों को इसका लाभ नहीं मिलता.वैसे इस पंप का कनेक्शन सदर अस्पताल में वर्षों से कटा हुआ है .यह पंप ऐसे समय चलता है जब लोगों को इसकी जरुरत नहीं होती है.समय-समय पर जांच करने आने वाली विभिन्न जांच एजेंसियों ने पेयजल की समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है.लेकिन कोई ध्यान नहीं देता है.पंप मशीन से सीधे सुबह व शाम में जल आपूर्ति की जाती है.करीब दस साल पहले जब मुख्य सड़क के किनारे नालों का निर्माण किया गया तो नाले के खुदाई के दौरान पीएचइडी द्वारा सदर अस्पताल के लिए बिछाए गए पाइप के कनेक्शन को काट दिया गया.इसके बाद से सदर अस्पताल में सुबह व शाम में पंप हाउस से मिलने वाला पानी बंद हो गया.पंप हाउस से मिलने वाले पीने के पानी सदर अस्पताल के छोटे-छोटे पानी के टंकियों में आवश्यक काम व पीने के लिए सुरक्षित किया जाता था.
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