कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की लगायी आस्था की डुबकी

सीवान. हर हर गंगे...जय गंगा मैया....के नारों के साथ श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर जयघोषों के साथ शुक्रवार को अहले सुबह से दोपहर बाद तक आस्था की डुबकी लगायी. नदी घाटों व सरोवरों के तट पर श्रद्धा, भक्ति व आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. कार्तिक पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को दरौली, सिसवन व रघुनाथपुर के सरयू नदी, दहा नदी सहित तालाबों में डुबकी लगायी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 15, 2024 9:17 PM
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सीवान. हर हर गंगे…जय गंगा मैया….के नारों के साथ श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर जयघोषों के साथ शुक्रवार को अहले सुबह से दोपहर बाद तक आस्था की डुबकी लगायी. नदी घाटों व सरोवरों के तट पर श्रद्धा, भक्ति व आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. कार्तिक पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को दरौली, सिसवन व रघुनाथपुर के सरयू नदी, दहा नदी सहित तालाबों में डूबकी लगायी. गंगा स्नान को लेकर रात एक बजे से ही नदी तट पर श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था.स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं द्वारा समीप के मंदिरों में पूजा अर्चना की. नदी तट पर प्रशासन की ओर से बैरिकेडिंग व नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया था. इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. थानाध्यक्ष, सीओ और बीडीओ नियंत्रण में बैठकर व समय-समय पर भ्रमणशील रहकर प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे. श्रद्धालुओं ने किया दीपदान कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने सरयू नदी तट पर दीप दान किया. शुक्रवार को गंगा तट मेले जैसा ही नजारा देखने को मिला. हजारों की संख्या में लोग सरयू घाट पर मौजूद थे. महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से भरा कोसी मन्नत पूरी होने पर कार्तिक पूर्णिमा पर नदी घाटों पर कोसी भरने की परंपरा जारी रही. दहा नदी घाट, सिसवन शिवालय, जइ छपरा घाट, दरौली, रघुनाथपुर व गुठनी समेत अन्य घाटों पर गन्ना, दीप व अन्य सामग्री के साथ महिलाओं ने कोसी भरी और पूजा-अर्चना की. इस दौरान पारंपरिक गीतों से नदी घाट गुलजार हो गया था. घाटों पर की गयी थी बैरिकेडिंग श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये विभिन्न घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. नदी घाटों पर बांस-बल्ली से बैरिकेडिंग की गयी थी, जिसके अंदर ही श्रद्धालुओं को स्नान करने की अनुमति थी. घाटों पर एसडीआरएफ की टीम, गोताखोरों और नावों की भी व्यवस्था की गयी थी. पदाधिकारी सुबह से ही घाटों का निरीक्षण कर रहे थे. श्रद्धालुओं ने बाण गंगा में लगायी डुबकी बड़हरिया. प्रखंड के नबीगंज स्थित दाहा नदी (बाणगंगा) में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगायी. प्रखंड के प्रसिद्ध नहान मेला अंबिका क्षेत्र बदरजीमी मेला में गुरुवार की रात से श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी. शुक्रवार की सुबह में ही बाणगंगा नदी के नबीगंज घाट में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाना शुरु कर दिया था.वहीं ग्यासपुर घाट पर लगाई डुबकी गुठनी. प्रखंड मुख्यालय स्थित गंडक नदी के ग्यासपुर घाट पर शुक्रवार को हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. कार्तिक पूर्णिमा को प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों श्रद्धालु इस सुखद संयोग में भागीदार बनने के लिए उमड़ पड़े. शुक्रवार की रात्रि 3:00 बजे से ही लोगों का नदी में डुबकी लगाने का दौर शुरू हो गया. नदी में भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा की व्यवस्था थी. मंदिरों में पूजा करने वालों का भी तांता लगा रहा. सिसवन में मन्नत पूरी होने पर महिलाओं ने भरी कोसी सिसवन. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को सिसवन सरयू नदी के शिवाला घाट पर स्नान को ले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में पवित्र स्नान कर भगवान सूर्य की पूजा करने के बाद हरि विष्णु-भगवान समेत अन्य देवी-देवताओं की भी पूजा अर्चना कर सुखमय जीवन की कामना की तथा ब्राह्मणों तथा गरीब-दुखियों के बीच दान-पुण्य किया. यह कार्य अल सुबह से देर शाम तक चलता रहा. शुक्रवार की सुबह होते हीं बहुत से महिलाओं ने मन्नत पूरी होने पर सरयू नदी तट पर कोसी भरी व अपने खुशहाल जीवन की कामना की. शिवाला घाट पर कोशी भरनेवाली महिलाओं ने बताया कि उन लोगों ने अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर सरयू नदी तट पर कोशी भरने की मन्नत मांगी थी. मन्नत पूरी होने पर कोसी भर रही हैं. विभिन्न पकवानों से सरयू नदी की पूजन याचना की व कोसी भरी बहुत सी महिलाओं ने घाट पर पीठा भी चढ़ाया. कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सरयू नदी के शिवाला घाट पर प्रशासन अलर्ट रहा.

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