विशिष्ट शिक्षकों का प्रान कार्ड त्रुटियों के चलते नहीं हो रहा जेनरेट
सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण कर विशिष्ट शिक्षक आर्थिक परेशानी से गुजर रहे है. इन शिक्षकों का एनपीएस खाता अभी तक जेनरेट नहीं हुआ है. वही विभाग का कहना है कि प्रान नंबर मिलने के बाद ही इन शिक्षकों का वेतन भुगतान किया जायेगा.
प्रतिनिधि, सीवान. सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण कर विशिष्ट शिक्षक आर्थिक परेशानी से गुजर रहे है. इन शिक्षकों का एनपीएस खाता अभी तक जेनरेट नहीं हुआ है. वही विभाग का कहना है कि प्रान नंबर मिलने के बाद ही इन शिक्षकों का वेतन भुगतान किया जायेगा. 21 जनवरी को ही विभाग द्वारा एनपीएस खाता खोलने के लिए मार्ग दर्शन दिया जा चुका है. विभाग के दिशा निर्देश के पहले ही कई शिक्षकों ने इसके लिए अप्लाई कर दिया था. आवेदन ने त्रुटियों के चलते शिक्षक आवेदन को कैंसिल करा दिए. इधर जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप ने बताया कि आवेदन में त्रुटि होने के कारण विशिष्ट शिक्षकों का प्रान नंबर जेनरेट नहीं हो रहा है. डीईओ ने बताया कि पूर्व में जो पत्र विभाग द्वारा जारी किया गया है, उसका अनुसरण करते हुए शिक्षक ऑनलाइन आवेदन करें. जिससे उनका जल्दी से एनपीएस खाता खुल सके. वहीं कर्मियों पर भी काम को बोझ न पड़े. मालूम हो कि विगत एक जनवरी से सात जनवरी के बीच सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों ने विशिष्ट शिक्षक के पद पर योगदान दिए थे. इनके प्राण नंबर जनरेट एवं वेतन निर्धारण में देरी से विशिष्ट शिक्षकों में मायूसी व्याप्त है. निदेशक प्राथमिक शिक्षा शिक्षा विभाग पटना के द्वारा विशिष्ट शिक्षकों का वेतन भुगतान हेतु यह आदेश निर्गत किया गया है कि विशिष्ट शिक्षकों का एनपीएस से आच्छादित करने के लिए उनका प्राण जनरेट के साथ ही एचआरएमएस पोर्टल पर ऑन बोर्डिंग किया जाना है. निदेशक ने यह भी निर्देशित किया है कि नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक बनने पर पूर्ण वेतन संरक्षण का भी लाभ मिलेगा. इस वेतन संरक्षण का लाभ हेतु वेतन निर्धारण की कार्रवाई भी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना द्वारा किया जाना है. शिक्षकों की लापरवाही व विभागीय उदासीनता के कारण न तो सभी विशिष्ट शिक्षकों का प्राण जनरेट हो पाया है न ही वेतन निर्धारण का कार्य हो पाया है. विशिष्ट शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने से आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है. बहुत विशिष्ट शिक्षकों ने बैंक से लोन भी लिए हुए जिनका किश्ती समय पर नहीं जमा होने से बैंक से भी तंग किया जा रहा है.
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