सीवान. राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद व बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के नेतृत्व में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत विद्यालय स्तर पर इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला-सह-समीक्षा बैठक का आयोजन पटना में शनिवार को हुआ. राज्यस्तरीय कार्यशाला-सह-समीक्षा बैठक में सीवान से शिरकत कर रहे इएफई प्रभारी सुरेश राम ने बताया कि अधिकारियों ने प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह शिक्षा पद्धति छात्रों को प्रयोग करने और नई चीजें सीखने में मदद करती है. उन्होंने कहा कि पीबीएल से छात्रों की भागीदारी बढ़ती है और इससे शिक्षक का शैक्षणिक बोझ भी कम होता है. कार्यशाला में सभी जिलों से आए जिला शिक्षक समन्वयक और जिला तकनीकी समूह के सदस्यों ने भाग लिया. उन्होंने प्रखंड स्तर पर पीबीएल के क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय टीमों के सहयोग की योजना बनाई एवं जिलास्तरीय मेला के आयोजन की योजना बनाई. इएफई प्रभारी ने बताया कि राज्यस्तरीय प्रशिक्षण पश्चात 21 से 25 अक्टूबर के बीच सभी जिलों में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड साधन सेवी, डीपीएम, बीपीएम और जिला तकनीकी समूह के सदस्यों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला-सह-समीक्षा बैठक का आयोजन किया जाएगा. वहीं दूसरी ओर प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम-2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए सीवान सहित बेगूसराय, जहानाबाद, सुपौल, जमुई, गोपालगंज, शिवहर, किशनगंज, गया, वैशाली, कैमूर-भभुआ, पटना, नालंदा व मधेपुरा जिलों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनके प्रयासों की सराहना की गई. इधर सीवान जिला को प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम-2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रशस्ति पत्र मिलने पर डीइओ राघवेंद्र प्रताप सिंह, डीपीओ एसएसए अशोक कुमार पांडे, डीपीओ स्थापना अवधेश कुमार, डीपीओ एमडीएम जय कुमार, आदि ने खुशी व्यक्त किया है.
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