संवाददाता,सीवान. जिले के लकड़ी नबीगंज मे शुक्रवार को कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत के बाद पुलिस अलर्ट मोड में है. शराब के तस्करों को पकड़ने के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है. महाराजगंज के एसडीपीओ राकेश रंजन के नेतृत्व में दो थानों की पुलिस शुक्रवार से ही कैंप कर छापेमारी कर रही है. इसके अलावा उत्पाद विभाग की टीम भी छापेमारी में लगी हुई है. महाराजगंज के एसडीओ भी प्रभावित गांव में कैंप कर रहे हैं. पुलिस ने खावसपुर गांव मे छापेमारी कर शिवनारायण चौधरी, उमेश , मंजू कुंवर, शोभा कुंवर व जितेंद्र चौधरी को गिरफ्तार किया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. साथ ही पुलिस शराब से जुड़े तस्करों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.वही पीने के आरोप में छह शराबियों को गिरफ्तार किया गया हैं. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि कहां से शराब लाकर अपने भी पीया था ओर अन्य लोगों को पीने के लिए दिया था. जहरीली शराब कहां से लाई गई थी, इसका मुख्य रूप से पता लगाया जा रहा है ताकि उसको पकड़ा जा सके. पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस भगवानपुर शराब कांड के बाद से ही मृत व्यक्ति की तलाश कर रही थी. लेकिन पुलिस के डर से वह फरार था. अभी दो दिन पहले ही वह घर आया था. इसके बाद यह घटना हो गई.मालूम हो कि नबीगंज में अमरजीत राय और अशोक राय नामक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, वहीं चार अन्य लोग बीमार हो गए हैं. जबकि प्रशासन की ओर से एक ही मौत होने की बात की पुष्टि की गई है. चार लोगों की अब भी चल रहा इलाज जहरीली शराब पीने से शुक्रवार की सुबह से ही तकरीबन आधा दर्जन लोग बीमार हो गए थे.जिसके बाद स्थानीय अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा था.लेकिन स्थिति गंभीर बनती गई. जहां उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर असोटाल में भर्ती कराया गया. जहां दो लोगो की मौत हो गई. जबकि चार लोगों का इलाज चल रहा हैं. जिनकी स्थिति गंभीर बनी हुई हैं. शराब कांड के बाद पुलिस खौफ के बीच गुजरी रात बताते चलें कि शराब कांड के बाद मौत के मातम और पुलिस खौफ के बीच गुजर रही हैं. दो लोगो के मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ हैं. वही पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम लगातार कैम्प कर रही हैं. जिससे लोगों में खौफ बना हुआ है. वही पुलिस और मेडिकल की टीम अलर्ट हैं की कही और लोग बीमार पड़ जाय. एक माह पहले 50 से अधिक लोगों की गई थी जान बता दें कि एक महीना पहले ही सीवाान और सारण जहरीली शराब से करीब 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. इनमें से केवल सीवान में करीब 52 लोगों की मौत हुई थी. 30 लोगों की हालत गंभीर हो गई थी.मामला तूल पकड़ने लगा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मामले के जांच के आदेश दियाथा. उन्होंने तस्करों पर कड़ी कार्रवाई का भी निर्देश दिया था. इसके बाद बिहार पुलिस के वरीय अधिकारी सीवान में कैंप कर रहे थे. लेकिन एक महीना के अंदर दूसरी बार शराब कांड हो गया और तबाही मची हुई हैं.
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