सीवान: बिहार पुलिस की ओर से नये कानून को लेकर पुलिस पदाधिकारियों को पटना के बापू सभागार से वेब कास्टिंग के जरिए प्रशिक्षित किया गया.सोमवार को शहर के आंबेडकर भवन स्थित संवाद कक्ष में ऑनलाइन पुलिस पदाधिकारी ट्रेनिंग ली. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अगले तीन दिन तक चलेगा. पुलिस पदाधिकारियों से मिली जानकारी अनुसार इन सभी को एक जुलाई से लागू होने वाले भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023, भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के बारे में गहन जानकारी दी गई.बहुत जल्द कोर्ट से वारंट और कुर्की का आर्डर भी डिजिटल ही मिलेगा. सब कुछ डिजिटल होगा. इस दिशा में भी काम बहुत तेजी से चल रहा है. नये अपराधिक कानून के अलावा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुसंधान के समय में कैसे विधि विज्ञान का प्रयोग कर सकते हैं और किस तरह से डिजिटल पुलिसिंग को बढ़ावा दे सकते हैं. इसके बारे में भी पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है.गंभीर अपराध के घटनास्थल पर उपलब्ध साक्ष्य को किस तरह से संकलन करना है. घटनास्थल की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कैसे करानी है. इसके लिए विधि विज्ञान के विशेषज्ञ भी मौजूद हैं.इनके द्वारा पदाधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी. पुलिस अपना डिजिटलाइजेशन पूरी कर ली है, अब सीसीटीएनएस को बहुत जल्द आईसीजेएस से जोड़ दिया जायेगा.यानी पुलिस पूरी तरह से डिजिटल होगी. अनुसंधान कर्ताओं को लैपटॉप और स्मार्ट फोन भी उपलब्ध कराया जाएगा. उन्हें इससे काम करने में काफी सहूलियत मिलेगी. इन नए कानूनों में सूचना प्रौद्योगिकी के साथ ही फारेंसिक लैब की स्थापना पर बल दिया गया है. साइबर अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हुई है जबकि पुराने कानूनों में साइबर अपराधों के लिए कोई प्रावधान नहीं था. नए कानून में इसके लिए व्यवस्था की गई है.मौके पर जिले के सभी वरीय पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
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