पुरवा हवा से बढ़ी उमस भरी गर्मी
मौसम के तल्ख तेवर कम होने का नाम नहीं ले रह हैं. तीखी धूप ने जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. अभी चार दिन गर्मी से लोगों को निजात मिलने की संभावना नहीं दिख रही है. पारा 43 डिग्री पर कायम है.
सीवान. मौसम के तल्ख तेवर कम होने का नाम नहीं ले रह हैं. तीखी धूप ने जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. अभी चार दिन गर्मी से लोगों को निजात मिलने की संभावना नहीं दिख रही है. पारा 43 डिग्री पर कायम है. बुधवार को अधिकतम तापमान 43 व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सुबह की आर्द्रता 66 फीसदी व दोपहर में आर्द्रता 29 फीसदी थी. इस दौरान 13.6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवा चली. पुरवा हवा ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. सुबह में पुरवा हवा चलने से जहां लोगों को राहत मिली, दोपहर बाद तेज धूप व उमस भरी गर्मी से लोग परेशान दिखे. पुरवा हवा चलने से उमस बरकरार है. जहां पर हवा का प्रवेश कम है, वहां लोग व्याकुल हो उठते हैं. घर में बेचैनी ज्यादा दिखती है. वहीं बाहर में धूप का सामना करना पड़ता है. मौसम के बदले मिजाज से बढ़ी उमस के कारण बूढ़े-बच्चे सभी परेशान हैं. कड़ी धूप की वजह से घर से बाहर निकलते ही लोग पसीने से लथपथ हो जाते हैं. रात्रि में हवा के रुकते ही लोगों की नींद खुल जाती है. गर्मी लोगों की नींद में खलल डाल रही है. सबसे ज्यादा परेशानी घरेलू महिलाओं को हो रही है. तपती धरती पर दिन के 10 बजे के बाद खाली पैर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. पंखा व कूलर बंद होते ही बढ़ जाती है परेशानी घरों में लगे पंखा, एसी व कूलर के बंद होते ही लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. लोगों में बेचैनी छा जाती है. शाम ढलते ही ठंडी हवा की आस में बूढ़े-बच्चे महिला-पुरुष सभी घर की छतों पर टहलना शुरू कर देते हैं. भीषण गर्मी की वजह से शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों पर दोपहर के समय यात्रियों का आवागमन अत्यंत कम हो जाता है. राहत पाने के लिए शीतल पेय पदार्थों का सेवन कर रहे हैं. खासकर लस्सी, गन्ने का जूस, नींबू पानी, कोल्डड्रिंक्स और बेल के शर्बत का सेवन करना पसंद कर रहे हैं. इसके अलावे बाजार में तारबूज, खीरे, लालमी की खूब बिक्री हो रही है. गर्मी चलते खीरा व ककड़ी की बढ़ी मांग स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो खीरा शरीर में पानी की भरपूर पूर्ति करता है. यह डिहाइड्रेशन से भी बचाता है. लिहाजा अब इनकी मांग तेजी से बढ़ रही है. आवक कम होने से खीरा व ककड़ी के दाम आसमान छू रहे है. मंडी में खीरा 35 से 40 व ककड़ी 25 से 35 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. 15 जून के बाद राहत मिलने की उम्मीद तीखी धूप व उमसभरी गर्मी से राहत 15 जून के बाद मिलने की उम्मीद है. मौसम विभाग की ओर से मॉनसून के सक्रिय होने की संभावना भी जतायी गयी है.15 से 16 जून के आसपास हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. इस दौरान 20 से 25 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवा चलने का अनुमान है. गर्मी बढ़ने के साथ दोपहर के वक्त बाहर निकलने को मजबूर कामकाजी लोगों, छात्रों और खुले में रहने वाले लोगों के लिए दिक्कतें बढ़ गयी हैं. डॉक्टरों के मुताबिक कुछ सावधानियों के जरिए लोग खुद को सुरक्षित रख सकते हैं. डॉक्टरों के अनुसार हाल के दिनों में सिर में दर्द, बहुत ज्यादा पसीना आना, चक्कर आना, मांसपेशियों में खिंचाव जैसे लक्षणों के साथ मरीज पहुंच रहे है. भीषण गर्मी में 25 से 30 फीसदी बढ़ी बिजली की खपत सीवान. जिले में पड रही भीषण गर्मी के बीच बिजली की खपत में 25 से 30 फीसदी का उछाल देखा जा रहा है. पांच लाख से अधिक उपभोक्ता वाले जिला में पिक ऑवर में डिमांड बढकर 185 से 190 मेगावाट पहुंच जा रहा है. जबकि सप्लाई 160 से 170 मेगावाट है. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीवान ग्रीड का डिमांड 105 से 110 मेगावाट, रघुनाथपुर ग्रीड का 45 मेगावाट व मलमलिया ग्रीड का डिमाड 40 मेगावाट पहुंच जा रहा है. कभी कभी रात में लोड शेडिंग को लेकर कम से कम एक घंटे के लिये बिजली काट दी जा रही है. सीवान शहरी क्षेत्र की बात करें तो डिमांड 40 मेगावाट पहुंच गया है. जबकि सामान्य दिनों में 30 मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ती है. यहां उपभोक्ताओं की संख्या 41 हजार है. विद्युत कार्यपालक अभियंता मुकेश कुमार रमण ने बताया कि भीषण गरमी में डिमांड बढ़ी है. परंतु उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली मिल रही है.
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