रघुनाथपुर. रविवार को प्रखंड मुख्यालय में राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट के अध्यक्ष सुधांशु कुमार के अगुवाई में रसोइयों ने प्रदर्शन किया.इस दौरान अपने मांगों को लेकर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी. फ्रंट के अध्यक्ष सुधांशु कुमार ने कहा कि एक-एक रसोइया पर परिवार के तीन से चार लोग आश्रित हैं.लेकिन, केंद्र और राज्य सरकार द्वारा इन्हें तय न्यूनतम मजदूरी के हिसाब से भी मानदेय नहीं दिया जा रहा है. कहा कि राज्य सरकार को रसोइया की सेवा नियमित कर इनका भी मानदेय प्रत्येक माह और बढ़ाकर देने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए. मध्याह्न भोजन बनाने के दौरान अक्सर रसोइया जख्मी एवं चोटिल हो जाती हैं. उनकी इलाज की राशि भी निर्धारित की जानी चाहिए. बीमा कंपनी के माध्यम से सभी रसोइया का 5 लाख का बीमा मुफ्त कराने का प्रावधान होना चाहिए. सभी रसोइया और सहायक का मानदेय कम से कम 10 हजार प्रति माह की जाय. संघ अध्यक्ष ने कहा कि बिहार सरकार के समक्ष 10 सूत्री मांगें रखी गई है. लेकिन, सरकार उनकी मांगों पर अब तक विचार नहीं की है. 15-20 सालों से स्कूलों में अपनी सेवा दे रहे इन रसोइयों का मानदेय नहीं बढ़ाया जाना दुखद है. हम संख्या बल में अधिक तो है ही, चुनाव परिणामों में बदलाव की भी हम ताकत रखते हैं. सभी से 1 सितंबर को आयोजित की गई बैठक में उपस्थित होने का भी आग्रह किया. राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट के प्रखंड अध्यक्ष कमलेश प्रसाद व सचिव सीमा देवी ने भी अपनी बात रखीं. मौके पर हेवंती देवी, शीला देवी, शांति देवी, कांति देवी, सविता देवी, मीना देवी व सुशीला देवी मौजूद थी.
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