Siwan News : कालाजार उन्मूलन में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सीवान पुरस्कृत

कालाजार उन्मूलन अभियान में उत्कृष्ट कार्य और क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा पुरस्कृत किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2024 10:13 PM

सीवान. राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम द्वारा के अंतर्गत कालाजार उन्मूलन अभियान में उत्कृष्ट कार्य और क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा पुरस्कृत किया गया है. विभागीय स्तर पर पटना में आयोजित राज्य कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम के दौरान जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश लाल, जिला वेक्टर जनित रोगी सलाहकार नीरज कुमार और कालाजार उन्मूलन अभियान में सहयोगी संस्था के रूप में कार्य करने वाला पिरामल स्वास्थ्य के जिला प्रतिनिधि कुंदन कुमार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा संयुक्त रूप से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि कालाजार उन्मूलन में हम सभी की सहभागिता सुनिश्चित करनी पड़ती है, तभी देशव्यापी मुहिम को शत-प्रतिशत सफलता मिलेगी. जिले के किसी भी व्यक्ति में कालाजार से संबंधित लक्षण दिखे तो उसे अनिवार्य रूप से जांच करानी चाहिए, ताकि समय रहते बीमारी की जानकारी मिल सके. कालाजार उन्मूलन अभियान में जीविका दीदी, आंगनबाड़ी सेविका, आशा और मुखिया तथा जनप्रतिनिधियों का सहयोग अपेक्षित रहता है.

कई बार किया गया भौतिक सत्यापन और मूल्यांकन

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश लाल ने बताया कि कालाजार उन्मूलन अभियान को लेकर भगवानपुर हाट, बसंतपुर, गोरेयाकोठी और लकड़ी नाबीगंज प्रखंड के कालाजार प्रभावित गांव और मरीजों से मिलने के लिए केंद्रीय और राज्यस्तरीय टीम द्वारा कई बार भौतिक सत्यापन के साथ ही मूल्यांकन किया गया है. हालांकि कालाजार रोगियों की गृह भ्रमण कर खोज और घर घर छिड़काव का नतीजा आप सभी के सामने दिख रहा है. अब जिला कालाजार मुक्त होने की दिशा की ओर अग्रसर है. हालांकि जिले के पोस्ट कालाजार डर्मल लीशमैनियासिस और विसरल लीशमैनियासिस के इलाजरत मरीजों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में रोगियों की जांच, इलाज एवं रहने या भोजन की व्यवस्था पूरी तरह से निःशुल्क है. समय-समय केंद्रीय और राज्यस्तरीय टीम द्वारा कालाजार प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया जाता है. उन्होंने बताया कि इस कार्य में आशा की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. सबसे अहम बात यह है कि जिले में चिह्नित 196 प्रभावित गांवों में कालाजार खोज अभियान को पूरा कर लिया गया है. इसके लिए जिले के लगभग 63071 घरों की 393924 प्रभावित आबादी के लिए 267 आशा, जबकि 87 आशा फेसिलिटेटर को लगाया गया था.

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