कोरोना से संक्रमित गांव में कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा
सीवान : जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के एक गांव में 23 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद सूबे में कोराना वायरस के संक्रमण के मामले में सबसे अधिक हॉटस्पॉट बना हुआ है. तीन किलोमीटर के कंटेंमेंट जोन में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सारण क्षेत्र के आयुक्त के नेतृत्व में तमाम […]
सीवान : जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के एक गांव में 23 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद सूबे में कोराना वायरस के संक्रमण के मामले में सबसे अधिक हॉटस्पॉट बना हुआ है. तीन किलोमीटर के कंटेंमेंट जोन में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सारण क्षेत्र के आयुक्त के नेतृत्व में तमाम पदाधिकारी रघुनाथपुर में कैंप कर रहें हैं. विदेश आये आये एक युवक ने अपने परिवार सहित 23 क्लोज कंटेक्ट वाले लोगों को संक्रमित किया है. 21 लोगों में गांव के दूसरे समुदाय के लोग है. विदेश से आने के बाद इस युवक ने अपने निकट कई संबधियों के यहां गया तथा गांव के लोगों के साथ मिला.
पंजवार गांव में एक स्थान पर 23 लोगों के संक्रमित होने के बाद यहां पर कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा बढ़ गया है जिला प्रशासन व स्थानीय लोग लॉक डाउन का सख्ती से पालन अगर नहीं करते हैं तो सीवान जिले में कोरोना रोकना मुश्किल हो जायेगा. कोरोना के पॉजिटिव मरीज ने 23 अन्य लोगों को संक्रमित किया तथा अभी कई और के पॉजिटिव रिपोर्ट आने की संभावना है. इसके पीछे स्वास्थ्य विभाग व प्रशासनिक पदाधिकारी में कम जिम्मेदार नहीं है. संक्रमित व्यक्ति को जब उसके बथान में क्वेरेंटिन में रखा गया तो उसकी मॉनीटरिंग सही तरीके से नहीं हुई.
दयानंद आयुर्वेदिक अस्पताल में रखे गये हैं 21 कोराना के पॉजिटिव मरीज : दयानंद आयुर्वेदिक अस्पताल का आइसोलेशन वार्ड- मेडिकल कॉलेज के आयुष डॉक्टरों की लगायी गयी है रोस्टर ड्यूटी- स्वास्थ्य विभाग ने उपकरण एवं आवश्यक दवा उपलब्ध कराया- सदर प्रखंड के चार मेडिकल टीम रोस्टर के अनुसार कर रही हैं मॉनीटरिंग- मरीजों पर नजर रखे हुए है सीडीओ डॉ. अनिल कुमार सिंहसीवान. शहर के दयानंद आयुर्वेदिक अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाये गये 100 बेड के आइसोलेशन वार्ड सह ट्रीटमेंट सेंटर में रघुनाथपुर व पचरुखी प्रखंड के 21 कोरोना के पॉजिटिव मरीजों को रखा गया है.
वहीं रघुनाथपुर के तीन महिलाओं मरीजों को पहले ही एनएमसीएच रेफर किया जा चुका है. आइसोलेशन वार्ड सह ट्रीटमेंट सेंटर में मरीजों के उपचार में उपयोग आने वाली दवा व उपकरणों को विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है. आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के आयुष डॉक्टरों को मरीजों के उपचार एवं देखरेख के लिए रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगायी गयी है. वहीं सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों की चार टीम बनायी गयी है. यह टीम रोस्टर के अनुसार आयुर्वेदिक अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड की निगरानी कर रही है.
मरीज के उपयोग के लिए विभाग द्वारा सौ ऑक्सीजन गैस के सिलिंडर को उपलब्ध करा दिया गया है. इसके अलावे कई जीवन रक्षक उपकरण जैसे नेबोलाइजर, अंबु बैग, सक्शन मशीन आदि उपलब्ध करा दिया गया है. सीडीओ डॉ. अनिल कुमार सिंह लगातार स्थिति पर नजर रखे हुये हैं. सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड सह ट्रीटमेंट सेंटर में रखे गये सभी पॉजिटिव लोगों की तबियत ठीक है. उनकी देख रेख के लिए डॉक्टरों की टीम लगायी गयी है. जरुरत पड़ने में स्वंय देखने जाता हूं. जिले में फिलहाल वेंटीलेटर की व्यवस्था नहीं है. वेंटीलेटर सहित कुछ आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की मांग विभाग से की गयी है.