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सावन में आठ करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार की उम्मीद

सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है. सावन में बाजार के कारोबार पर भी बाबा भोलेनाथ की कृपा बरसने लगी हैं. सावन को लेकर शहर के बाजारों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. इस वर्ष सावन के महीने में आठ करोड़ से अधिक का बाजार रहने का अनुमान लगाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 19, 2024 8:08 PM

संवाददाता, सीवान. सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है. सावन में बाजार के कारोबार पर भी बाबा भोलेनाथ की कृपा बरसने लगी हैं. सावन को लेकर शहर के बाजारों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. इस वर्ष सावन के महीने में आठ करोड़ से अधिक का बाजार रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. हालांकि कारोबारी कहते हैं कि मॉनसून चरम पर रहेगी तो बाजार में और तेजी आती. इसलिए इस बार कारोबारियों की तैयारी भी जोरो पर है. गेरुआ कपड़ा से लेकर फल और मिष्ठान चढ़ावा के अलावा पूजन सामग्री व फूल-माला समेत वाहन कारोबारियों का उत्साह चरम पर है. सभी कारोबारियों को लग रहा है कि इस बार सावन में आमदनी अच्छी होगी. जिले से प्रतिदिन दो से ढाई हजार से अधिक कांवरिया देवघर के लिए रवाना होते हैं. एक अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन करीब 100 लोग बनारस में काशी विश्वनाथ के दर्शन को भी जाते हैं.वहीं गरीबनाथ, हरिहरनाथ आदि पर भी जल चढ़ाने लोग जाते हैं.अकेले महेंद्रनाथ मंदिर में सोमवारी को श्रद्धालुओं की संख्या 50 हजार के उपर पहुंच जाती है. कपड़ा कारोबारियों को इस बार बड़ी आशा है. हर कांवरिया नये कपड़े पहन कर ही बाबा के दर्शन को जाता है. सभी कांवरियों को गेरुआ वस्त्र खरीदने की जरूरत पड़ती है. वे गमछा, दो बनियान, दो जांघिया, हाफ पैंट आदि तो खरीदते ही हैं. इन वस्तुओं की कीमत एक कांवरिया पर औसतन 1500 से 1700 रुपये तो पड़ जाती है. कपड़ा कारोबारी अविनाश बर्नवाल कहते हैं कि अभी से बाजार का मिजाज देखकर लगता है कि इस बार पूरे सावन महीने में लाखों भक्तों की बाबा दरबार में रवानगी से बाजार को भरपूर कमाई देने वाली साबित होगी. कांवर की कीमत तकरीबन तीन सौ जिस कांवर को लेकर लोग जाते हैं उसकी कीमत लगभग 300 रुपये की पड़ती है. इसके अलावा प्लास्टिक का सांप, लोटा, शिवलिंग आदि को जोड़ दिया जाए तो ज्यादा से ज्यादा सौ से डेढ़ सौ तक का खर्च और आता है. ऐसे में अगर प्रति व्यक्ति चार से पांच सौ की भी खरीदारी औसतन लोग करते हैं तो दो से तीन करोड़ रुपये का कारोबार देखने को मिलता है. मंदिरों का रंग-रोगन का काम पूरा जिले के विभिन्न शिव मंदिरों में सावन के पहली सोमवारी पर भक्तों की भीड़ उमड़ेगी.जिसकी तैयारी अंतिम चरण पर हैं. वहीं मंदिरों का रंग-रोगन का काम भी पूरा हो चुका है. बाबा महेंद्रनाथ और सोहगरा मंदिर में सोमवारी पर तकरीबन 50 हजार श्रद्धालु बाबा को जलार्पण करते हैं. जिसको लेकर बांस बल्ले से बैरिकेट का काम भी अंतिम चरण पर हैं.

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