सदर अस्पताल के चार डॉक्टरों का वेतन डीएम ने रोका
जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने शनिवार की दोपहर लगभग 12 बजे सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. जहां नेत्र ओपीडी में डॉ एमए अकबर, दंत रोग विभाग में डॉ स्मृति तथा डॉ सदा कमर अनुपस्थित पायी गयी. इसके लिए प्रभारी अधीक्षक डॉ. मो. इसराइल को भी दोषी पाते हुए इनके साथ उक्त तीनों डॉक्टरों के वेतन निकासी पर रोक लगाने का निर्देश सीएस को दिया.
सीवान. जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने शनिवार की दोपहर लगभग 12 बजे सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. जहां नेत्र ओपीडी में डॉ एमए अकबर, दंत रोग विभाग में डॉ स्मृति तथा डॉ सदा कमर अनुपस्थित पायी गयी. इसके लिए प्रभारी अधीक्षक डॉ. मो. इसराइल को भी दोषी पाते हुए इनके साथ उक्त तीनों डॉक्टरों के वेतन निकासी पर रोक लगाने का निर्देश सीएस को दिया. वहीं डीएम ने सीएस को निर्देश दिया कि सदर अस्पताल के सभी डॉक्टरों का ड्यूटी रोस्टर अपनी देखरेख में बनाएं तथा विभागीय निर्देशानुसार सभी डॉक्टर ड्यूटी करें. लगभग दो घंटे के निरीक्षण के दौरान डीएम ने आपात कक्ष, पुरुष वार्ड, महिला वार्ड, ब्लड बैंक, सदर अस्पताल का दवा भंडार, ओपीडी सहित दवा वितरण काउंटर की जांच की. पुरुष वार्ड के निरीक्षण के दौरान डीएम ने भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों से पूछा कि अस्पताल से उन्हें दवा एवं खाना मिलता है कि नहीं. मरीजों एवं उनके परिजनों द्वारा बताया गया कि दवा एवं खाना उन्हें मिलता है. पुरुष वार्ड में भर्ती टीबी मरीज के साथ सिजेरियन हुई प्रसूति महिला को रखने पर उन्होंने आपत्ति जतायी. उन्होंने प्रभारी अधीक्षक को निर्देश दिया कि महिला वार्ड में महिला को शिफ्ट जाये. महिला वार्ड में ड्यूटी कर रही डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों का ड्यूटी रोस्टर से मिलान किया तो ड्यूटी रोस्टर के मुताबिक नहीं पाया. इस संबंध में प्रभारी अधीक्षक भी कुछ नहीं बता पाए. ड्यूटी रोस्टर के मुताबिक ड्यूटी नहीं होने पर डीएम ने नाराजगी जतायी. सामान्य ओपीडी, नेत्र ओपीडी एवं दंत विभाग में कोई डॉक्टर नहीं था. सिविल सर्जन को शेड का छत गिरने की नहीं थी जानकारी डीएम मुकुल कुमार गुप्ता निरीक्षण के दौरान एसएनसीयू का निरीक्षण करने पहुंचे. कुछ महीने पूर्व मरीजों के परिजनों की सुविधा के लिए बने शेड की छत की ओर देखते हुए पूछा की इसका छत तो टूटा था. डीपीएम विशाल कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि तेज आंधी से शेड के नीचे का कुछ हिस्सा गिर गया था. दूसरे दिन ही उसकी मरम्मत कर दी गयी. सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार भट्ट ने कहा की इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. डीएम ने बताया की शेड की छत गिरने की खबर उन्होंने अखबार में पढ़ा था. ड्यूटी से गायब रहने वाले नेत्र रोग विशेषज्ञ को विभाग ने दिया प्रशस्ति पत्र सदर अस्पताल के ओपीडी से हमेशा गायब रहने वाले नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ एमए अकबर को विभाग ने प्रशस्ति पत्र दिया है. इस बात की जानकारी सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार भट्ट ने निरीक्षण के दौरान डीएम को जानकारी दी. उन्होंने डीएम से कहा कि हमेशा गायब रहने वाले डॉक्टर एमए अकबर की उपलब्धि पोर्टल पर राज्य में सबसे अधिक है. उन्होंने डीएम से कहा कि मैं सच्चाई जानता हूं. इसलिए यह प्रशस्ति पत्र मैं उन्हें नहीं दूंगा. नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एमए अकबर हमेशा ओपीडी ड्यूटी से गायब रहते है. उनकी जगह पर नेत्र सहायकों द्वारा ही ओपीडी में प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों को डॉक्टर एमए अकबर के नाम पर देखा जाता है. नेत्र सहायकों द्वारा देखे गए मरीजों की उपलब्धि पोर्टल पर डॉ. एमए अकबर के नाम से एंट्री की जाती है. इसलिए विभाग की नजर में सीवान सदर अस्पताल के नेत्र सर्जन डॉ एमए अकबर की उपलब्धि पूरे राज्य में सबसे बेहतर है. डॉ एमए अकबर ओपीडी में ड्यूटी करें या न करें इनकी हाजिरी बायोमेट्रिक एवं मैन्युअल रूप से रोज बनती है तथा प्रत्येक माह मानदेय लेते हैं.
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