संवाददाता ,सीवान.स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले के सदर अस्पताल में आधे से अधिक डॉक्टरों एवं स्वास्थ्यकर्मियों के पद खाली रहने से मरीजों को परेशानी होती है.अल्ट्रासाउंड की सुविधा सामान्य मरीजों को नहीं मिल पाती.हार्ट के मरीजों की जांच के लिए इसीजी एवं इको जांच की सुविधा नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कुछ दिनों पूर्व 150 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मॉडल अस्पताल का उद्घाटन किया. कुछ कार्य अधूरे होने के कारण मरीजों का इलाज अभी पुराने भवन में ही चल रहा है.सदर अस्पताल में डॉक्टर के नहीं रहने से आंख तथा स्किन विभागों के ओपीडी प्राय: नहीं चलते है.अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आर्थोपेडिक डॉक्टर का पद ही सृजित नहीं किया गया है.इसके कारण सदर अस्पताल में कोई आर्थोपेडिक डॉक्टर की पदस्थापना नहीं की गई है.सदर अस्पताल में कोई आंख के डॉक्टर के नहीं रहने से आपथेलमिक सहायक ही मरीजों का इलाज सामान्य ओपीडी में करते है.सदर अस्पताल में सभी विभागों के ओपीडी नहीं चलते है.मुख्य रुप से जेनरल,महिला,चाइल्ड व आर्थोपेडिक्स ओपीडी ही चलता है. आधे से अधिक डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मियों का पद हैं खाली सदर अस्पताल में डॉक्टरों के 73 पद विभाग ने सृजित किए है.लेकिन अभी 34 डॉक्टरों की ड्यूटी सदर अस्पताल में लगायी गयी है. सदर अस्पताल में पदस्थापित करीब एक दर्जन डॉक्टर शिक्षा ग्रहण करने के लिए अवकाश पर हैं.सदर अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक के 05,एक मानसिक रोग विशेषज्ञ चिकित्सक,02 चर्म रोग विशेषज्ञ चिकित्सक,02 नेत्र रोग विशेषज्ञ,05 रेडियोलॉजिस्ट,एक माइक्रोबायोलिजिस्ट, 05 रेडियोलॉजिस्ट,02 एनेस्थीसिया,एक एसएनसीयू मेडिकल ऑफिसर,02 डाइटीशियन एवं एक डेंटल डॉक्टर का पद वर्षों से रिक्त है.इनके अलावा 147 जीएनएम,01 एएनएम,09 फार्मासिस्ट,02 ड्रेसर तथा 08 चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के पद खाली है. ऑक्सीजन प्लांट खराब कोरोना काल में ऑक्सीजन की समस्या को देखते हुए पीएम केयर फंड से सदर अस्पताल में 1000 लीटर प्रति मिनट उत्पादन करने की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया.सदर अस्पताल में लगाया गया ऑक्सीजन प्लांट पिछले लगभग डेढ़ साल से खराब पड़ा हुआ है.मॉडल अस्पताल में विभाग द्वारा नया ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है.लगता है कि नए ऑक्सीजन प्लांट मिल जाने के बाद अस्पताल प्रशासन पुराने ऑक्सीजन प्लांट को कबाड़ में बेच देगा.माहिला वार्ड एवं पुरुष वार्ड में मरीज को ऑक्सीजन कंसट्रेटर के सहारे ऑक्सीजन दी जा रही है.सदर अस्पताल में लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 1 मिनट में 1000 लीटर उत्पादन करने की है. इस प्लांट में डायरेक्ट पाइपलाइन से वार्ड में गैस आपूर्ति के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की गैस सिलिंडरों में भी गैस भरने की योजना थी. इस अस्पताल के मरीजों को सप्लाई करने के अलावा दूसरे अस्पतालों में भी इस ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन गैस आपूर्ति करने की योजना थी. क्या कहते हैं जिम्मेदार विभाग द्वारा जो संसाधन उपलब्ध कराया गया है उसी से हमलोग बेहतर करने का प्रयास करते हैं.कुछ महत्वपूर्ण खाली पड़े पदों को भरने के लिए समय समय पर विभाग को लिखा जाता है. डॉक्टर श्रीनिवास प्रसाद,सिविल सर्जन,सीवान
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