सदर अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन हुआ ठप
सीवान.सदर अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन ठप होने से मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है.अस्पताल में एक मात्र नेत्र सर्जन डॉ. एम.ए. अकबर के लगभग डेढ़ महीने से अधिक समय से छुट्टी पर रहने से सदर अस्पताल में उपचार कराने आने वाले मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.
संवाददाता ,सीवान.सदर अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन ठप होने से मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है.अस्पताल में एक मात्र नेत्र सर्जन डॉ. एम.ए. अकबर के लगभग डेढ़ महीने से अधिक समय से छुट्टी पर रहने से सदर अस्पताल में उपचार कराने आने वाले मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.ओपीडी में तो नेत्र सहायकों द्वारा मरीजों का उपचार किया जा रहा है. मेडिकल फिटनेस की जांच भी नेत्र सहायकों द्वारा ही की जा रही है.सदर अस्पताल के ओपीडी में दिखाने वाले मरीजों की इस बात की जानकारी नहीं हो पाती है कि उनका इलाज करने वाला डॉक्टर नहीं नेत्र सहायक है. ओपीडी में प्रतिदिन 60 से 70 मरीज दिखाने के लिए आते है.इसमें से कुछ ऐसे भी मरीज होते हैं जिन्हें सर्जरी की जरूरत होती है. डेढ़ महीने से नहीं हो रहा है मोतियाबिंद का ऑपरेशन नेत्र सर्जन डॉक्टर एम. ए अकबर के करीब डेढ़ माह से छुट्टी पर रहने के कारण आंख के मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है. दर्जनों गरीब मरीज इस इंतजार में हैं कि डॉक्टर के आने के बाद मोतियाबिंद का ऑपरेशन नि:शुल्क हो सकेगा. पूरे जिले में कैंप लगाकर प्रखंडवार दिव्यांग लोगों की जांच कर प्रमाणपत्र दी जा रही है. नेत्र सर्जन जिले में नहीं होने के कारण शिविर में लोगों के आंख से संबंधित विकलांगता की जांच नहीं हो पा रही है.सदर अस्पताल में पिछले माह सीडीओ एवं नेत्र सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह ने जांच की. सदर अस्पताल में नेत्र संबंधी रोगों का समुचित जांच एवं इलाज नहीं होने से मरीजों को परेशानी हो रही है. क्या कहते हैं जिम्मेदार डॉ एम ए अकबर के लंबी छुट्टी पर जाने के कारण मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है. प्रति माह होने वाले दिव्यंगता शिविर में अब मेरे द्वारा जांच की जाएगी.लेकिन प्रखंडों में हो रहे जांच प्रभावित हो रहें है. डॉक्टर की पदस्थापना के लिए विभाग को लिखा गया है. डॉ. अनिल कुमार सिंह, अधीक्षक, सदर अस्पताल,सीवान
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