सीवान.गुरुवार को सहायक डाक अधीक्षक अमोद कुमार एवं मुख्य डाकघर के पोस्टमास्टर संजय कुमार के बीच हुई मारपीट की घटना को लेकर शुक्रवार को मुख्य डाकघर के कर्मचारी सुबह दस बजे मुख्य गेट में ताला लगा कर हड़ताल पर चले गये.सूचना मिलते ही नगर इंस्पेक्टर सुदर्शन राम मुख्य डाकघर पहुंचे तथा डाककर्मियों को समझाकर मामले को शांत कराने का प्रयास किया. ग्रामीण क्षेत्रों से आवश्यक कार्य से डाकघर आये लोग कर्मचारियों के हड़ताल के कारण काफी परेशान हुए. डाक विभाग के उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद लगभग 11.30 बजे डाककर्मियों ने अपनी हड़ताल को खत्म किया. पोस्टमास्टर संजय कुमार ने बताया कि सहायक डाक अधीक्षक को जांच करने का अधिकार नहीं है. बेवजह वे जांच के नाम पर आते हैं तथा हमलोगों को परेशान करते हैं. उन्होंने बताया कि विभाग के वरीय अधिकारियों से बातचीत के बाद हमलोगों ने अपनी हड़ताल को खत्म किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी जांच करने आते हैं तो किसी न किसी कर्मचारी से बक झक या मारपीट जरूर करते है. सहायक डाक अधीक्षक द्वारा घटना के संबंध में थाने में एफआइआर दर्ज कराई है.सहायक डाक अधीक्षक एवं पोस्टमास्टर के बीच झगड़े का कारण पैसा है. डाक विभाग में ऐसी चर्चा है कि 27 जून को प्रभात खबर में जब खबर छपी कि हजारों की संख्या में किसान विकास पत्र एवं राष्ट्रीय बचत पत्र के भुगतान के लिए मुख्य डाकघर में पड़े है तो विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर भुगतान का आदेश दिया गया. बताया जा रहा है कि भुगतान के लिए बिचौलियों के माध्यम से डाक विभाग के कर्मचारियों द्वारा मोटी कमाई की गई है. सीवान डाक प्रमंडल के सीवान जिले के सभी उप डाकघरों से जारी किसान विकास पत्र एवं राष्ट्रीय बचत पत्र के भुगतान चेक एवं खाते के द्वारा सीवान डाकघर द्वारा किया जा रहा है. किसान विकास पत्र एवं राष्ट्रीय बचत पत्र के भुगतान से मिले पैसों की बंदरबांट में मारपीट की घटना हुई है.हालांकि पोस्टमास्टर संजय कुमार ने इस बात से साफ इंकार किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है