संवाददाता ,सीवान: नगर परिषद क्षेत्र के मुहल्लों की सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं होने से परेशानी बढ़ती जा रहीं है़ हर माह सफाई पर 75 लाख रूपये खर्च होने के बाद भी मुहल्लों में कचरे का अंबार देखने को मिलता है़.
वार्डों में होल्डिंग के अनुसार पर्याप्त संख्या में मजदूर भी नहीं रखे गये है़ं बेहतर सफाई के लिये नगर परिषद क्षेत्र के 45 वार्ड में से तीस वार्ड की जिम्मेवारी एजेंसी को दे दी गयी लेकिन इसके बाद भी सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हो पाया है़ वहीं 15 वार्ड की सफाई की जिम्मेवारी नगर परिषद के सफाईकर्मियों के जिम्मे है़ पूरे शहर में लगभग छह हजार से अधिक होल्डिंग है़ एजेंसी को सफाई कार्य देने के बाद से भी सभी घरों से न कूड़ा का कलेक्शन समय पर हो पाता है नहीं मुहल्लों में झाडू लगता है़ कभी-कभार ही सफाईकर्मी झाडू लगाते नजर आते है़ वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन केवल कागजों पर ही हो रहा है़ वार्ड पार्षद भी इस पर ध्यान नहीं दे रहे है़सुबह 11 बजे तक होता है प्वाइंट से कचरा का उठाव
कूड़ा प्वाइंट से कचरे उठाव भी समय से नहीं हो रहा है़ सुबह के 11 बजे तक कूड़ा का उठाव ट्रैक्टर से किया जाता है़ इस कारण मुख्य चौक-चौराहा पर जाम की समस्या बनी रहती है़ सबसे अधिक जाम बड़हरिया बस स्टैंड और अड्डा नंबर दो के समीप लगता है़ यहां पर सड़क पर ही कूड़ा बिखरा रहता है़ इसी तरह का हाल शहर के शांतिवट वृक्ष, डीएवी मोड़ सहित अन्य इलाकों को में रहता है़ वहां पर भी सड़क पर दस बजे तक कूड़ा रहने से जाम की समस्या बनी रहती है़ सबसे अधिक परेशानी सुबह में कोचिंग व विद्यालय जाने वाले छात्रों को डीएवी मोड व शांतिवट वृक्ष के समीप होती है़ इसी तरह से सड़क पर कूड़ा पडे रहने से बड़हरिया बस स्टैंड के समीप मरीजों व उनके अभिभावकों को भी निजी अस्पताल में इलाज कराने जाने के दौरान जाम की समस्या जुझना पड़ता है़ बताया जाता है कि डोर टू डोर भी घरों से कूड़ा का कलेक्शन नहीं हो रहा है़ जिस कारण मोहल्लों के लोग अपने घरों से निकलने वाले कूड़ा को समीप के ही खाली भूमि पर फेक दे रहे है़ जिससे हर मोहल्लों में कूड़ा का अंबार देखने को मिलता है़ अगर एजेंसी कूड़ा का कलेक्शन कराती तो यह समस्या नहीं बनती है़पर्याप्त संख़्या में नहीं रखा गया है कर्मियों कोप्रत्येक 100 घर पर एक सफाई मजदूर रखना है लेकिन किसी भी वार्ड में पर्याप्त संख़्या में कर्मियों को नहीं रखा गया है़ जिस कारण सभी जगह पर सड़कों पर कूड़ा ही देखने को मिलता है़ प्रत्येक माह एजेंसी को नगर परिषद के तरफ से कार्य के लिये 49 लाख रूपये का भुगतान किया जाता है़ साथ ही घरों से निकलने वाले अपशिष्ट का प्रबंधन सही तरीके से नहीं होने से स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने का भी खतरा बढ़ गया है़ कूड़ा कचरा का प्रबंधन नहीं होने से वायु भी प्रदूषित हो रही है़ बताया जाता है कि घरों से निकलने वाले कचरे को उसी समय सेग्रीगेट करना होता है़ ठोस व तरल कचरे को अलग-अलग उठाकर उसका निस्तारण भी अलग-अलग करना होता है़ लेकिन जगह नहीं होेने के कारण यह भी नहीं हो रहा है़ जहां जगह मिलता है वहीं पर कूड़ा गिरा दिया जाता है़
क्या कहती हैं मुख्य पार्षदशहर की सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है़ हमलोगों की हमेशा कोशिश रहती है कि समय से कचरा का उठाव हो़ अगर समस्या है तो मुहल्लेवासी शिकायत दर्ज कराये़ तुरंत समस्या को दूर कराया जायेगा़
सेंपी देवी, मुख्य पार्षद नगर परिषद सीवानडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है