गुठनी. प्रखंड के सभी छठ घाटों पर साफ -सफाई नहीं होने से लोग काफी चिंतित है. लोगों का कहना है की छठ त्योहार बिल्कुल नजदीक आ गया है. लेकिन घाटों को लेकर कोई पहल नहीं किया गया है. जिसको लेकर लोगो मे काफी आक्रोश है. नगर पंचायत के साथ साथ अन्य सभी गांवो से हजारों की संख्या में महिलाएं छठ घाट पर अर्घ्य देने आती है. मिली जानकारी के अनुसार पूरे प्रखंड में सात घाटों पर छठ पर्व का बृहद आयोजन किया जाता है. जिनमें गोला घाट, मिश्र घाट, तिरबलुआ, ग्यासपुर, मैरिटार, सोहगरा और सोनहुला घाट शामिल हैं. सीओ डॉ विकास कुमार ने बताया कि स्थानीय प्रशासन द्वारा घाटों का निरीक्षण किया जायेगा. इसको लेकर हमारी टीम सजग है और सभी घाटों पर गोताखोरों की नियुक्ति किया जाएगा. लोगों को किसी भी तरह से असुविधा न हो, इसका ख्याल रखा जा रहा है. छठ घाटों पर जलजमाव, कचड़ा, खरपतवार और कीचड़ से होगी मुश्किल प्रखंड के तिरबलुआ, ग्यासपुर, मिश्र घाट, गोला घाट, मैरीटार, सोहगरा और सोनहुला घाट सरयू नदी किनारे स्थित है. सरयू नदी में जलस्तर बढ़ने से घाटों को पूरी तरह प्रभावित किया है. वही आज भी इस घाटों पर जलजमाव, दलदली, कीचड़, जलकुंभी, खरपतवार और मिट्टी का ढेर लगा हुआ है. जिन पर स्थानीय लोगों द्वारा छठ पर्व का आयोजन करना नामुमकिन दिखाई दे रहा है. वहीं ग्रामीण प्रशासन की तरफ आस लगाए बैठे हुए हैं कि इस साल स्थानीय प्रशासन उन्हें सहयोग करें. क्या कहते हैं इओ- कार्यपालक पदाधिकारी रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि दीपावली बाद छठ घाटों पर जल्द काम शुरु किया जाएगा. जहां जरूरत होगी वहां मिट्टी डाला जाएगा. स्थानीय लोगों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी.
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