सरकारी अस्पतालों में चादर सप्लाइ की होगी जांच
जिले में कार्यरत बुनकर समितियों द्वारा कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर राज्य के सरकारी अस्पतालों में सतरंगी चादर सप्लाई की है. इसकी शिकायत मिलने के बाद जांच को लेकर जिला सहकारिता पदाधिकारी ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है.
सीवान: जिले में कार्यरत बुनकर समितियों द्वारा कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर राज्य के सरकारी अस्पतालों में सतरंगी चादर सप्लाई की है. इसकी शिकायत मिलने के बाद जांच को लेकर जिला सहकारिता पदाधिकारी ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. टीम को एक सप्ताह में पूर मामले की विस्तारपूर्वक जांच कर डीसीओ कार्यालय को रिपोर्ट सौंपनी है ताकि रिपोर्ट को संयुक्त निबंधक सहयोग समितियां पटना को भेजा जा सके. इधर जांच टीम का गठन होते ही बुनकर समितियों में हड़कंप मच गया है. बिहार स्टेट हैंडलूम विभर्स को-ऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड के अध्यक्ष मोहम्मद नकीब अहमद ने निबंधक सहयोग समितियां पटना के पास शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद ही जांच टीम का गठन किया गया है. डीसीओ ने जांच टीम के अध्यक्ष की जिम्मेवारी सहकारिता प्रसाद पदाधिकारी संजय कुमार को दी है. साथ ही सदस्य के रूप में सहकारिता प्रसार पदाधिकारी अनिल कुमार अकेला , मनीष कुमार को शामिल किया गया है.जांच टीम को डीसीओ ने निर्देश दिया है कि बिंदुवार जांच कर सुस्पष्ट जांच प्रतिवेदन अपने मंतव्य के साथ एक सप्ताह के अंदर कार्यालय को दें ताकि जांच रिपोर्ट संयुक्त निबंधक को उपलब्ध कराया जा सके. साथ ही चांद तारा , अफताब और तेवथा प्राथमिक बुनकर सहयोग समिति लिमिटेड को भी निर्देश दिया है कि जांच हेतु गठित टीम को सहयोग करें. शिकायतकर्ता ने 40 हजार चादर की सप्लाई का लगाया है आरोप बतातें चले कि शिकायतकर्ता बिहार स्टेट हैंडलूम विभर्स कोआपरेटिव यूनियन लिमिटेड के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि सतरंगी चादर बनाने वाले बुनकरों ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में कार्य क्षेत्र से इतर हटकर 40 हजार चादर की सप्लाई कर दी है. उन्होंने ऐसे बुनकर समितियों की कार्य क्षेत्र निर्धारित करने की मांग उठायी है. उन्होंने कहा है कि अनेकों प्राथमिक बुनकर सहयोग समितियों द्वारा आपत्ति दर्ज करायी गयी है कि चांद तारा प्राथमिक बुनकर सहयोग समिति लिमिटेड और आफताब प्राथमिक बुनकर सहयोग समितियां लिमिटेड महाराजगंज द्वारा अपने कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर अन्य जिलों के सरकारी अस्पतालों में सतरंगी चादर आपूर्ति करने का कार्यादेश प्राप्त कर लिया गया. जिसके बाद चादर की आपूर्ति की जा रही है. अस्पतालों में आपूर्ति की गयी चादर किसी भी प्राथमिक बुनकर सहयोग समितियां के कार्य क्षमता से काफी अधिक है. अपने आवेदन में यह भी कहा है कि इससे स्पष्ट हुआ है कि समितियों द्वारा बाजार से सतरंगी चादर खरीद कर अस्पतालों में आपूर्ति की जा रही है. दोनों समितियों के अध्यक्ष और प्रबंधक एक ही घर वाले यूनियन के अध्यक्ष ने कहा है कि दोनों समितियों के अध्यक्ष और प्रबंधक एक ही घर वाले है. उन्होंने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि इंशाद आलम कभी आफताब प्राथमिक बुनकर सहयोग समिति लिमिटेड महाराजगंज सीवान के सदस्य व अध्यक्ष बन जाते है और कभी चांदतारा प्राथमिक बुनकर सहयोग समिति लिमिटेड महाराजगंज सीवान के अध्यक्ष बन जाते है. साथ ही तेवथा प्राथमिक बुनकर सहयोग समिति लिमिटेड महाराजगंज सीवान के सदस्य व अध्यक्ष उन्हीं के परिवार के सदस्य बने हुए है. अध्यक्ष ने निबंधक सहयोग समितियां को भेजे पत्र में कहा है कि सभी बिंदुओं पर जांच कर प्राथमिक बुनकर सहयोग समितियों का कार्य क्षेत्र निर्धारित करने की बात कहीं है ताकि किसी अन्य प्राथमिक बुनकर सहयोग सहयोग समितियां के कार्य क्षेत्र में हस्तक्षेप न कर सकें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है