सरयू का जल स्तर बढ़ने से मंडराया बाढ़ का खतरा
सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से गुठनी के दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.सरयू नदी के जलस्तर में बुधवार को वृद्धि देखने को मिली. ग्रामीणों का कहना है कि तीरबलुआ, ग्यासपुर, मैरिटार, योगियाडिह के समीप भी नदी द्वारा कटाव किया जा रहा है.
गुठनी. सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से गुठनी के दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.सरयू नदी के जलस्तर में बुधवार को वृद्धि देखने को मिली. ग्रामीणों का कहना है कि तीरबलुआ, ग्यासपुर, मैरिटार, योगियाडिह के समीप भी नदी द्वारा कटाव किया जा रहा है. जिससे कृषि योग्य भूमि को नुकसान हो रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि इसकी सूचना कई बार एसडीओ, बीडीओ, सीओ, बाढ़ विभाग के एसडीओ, जेइ को दिया. बावजूद आज तक बाढ़ विभाग और स्थानीय प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. एसडीओ चंद्रमोहन झा ने बताया कि नदी के जलस्तर में वृद्धि लगातार हो रहा है. लेकिन इस दौरान कटाव पूरी तरह से रुका हुआ है. हमारी टीम लगातार नजर रखे हुए है. नदी द्वारा ग्यासपुर, खडौली, मैरिटार और योगियाडीह के समीप दो दिनों में अधिक तेजी से कटाव किया जा रहा. बाढ़ से निचले इलाकों में घुसने लगता है बाढ़ का पानी सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से लोगों में जहां दहशत व्याप्त है. वही उनको चिंता इस बात की सता रही है कि बाढ़ के समय उनको काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. वही उनके फसलों को भी भारी नुकसान है. ग्रामीणों की माने तो इस दौरान उनके मकानों को भी भारी नुकसान हो जाता है. सीओ डॉ विकास कुमार का कहना है कि बाढ़ की विस्तृत रिपोर्ट जिला प्रशासन को समय से भेजा जाता है. इसके लिए बाढ़ विभाग के साथ मिलकर काम किया जाता हैं. बाढ़ नियंत्रण के कार्यपाल अभियंता नवल किशोर भारती का कहना है कि कटाव हो रहे स्थलों का गहनता से निरीक्षण किया जा रहा है. फिलहाल स्थिति पूरी तरह कंट्रोल में है.
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