नगर परिषद का सीसीटीवी फुटेज खंंगालते रहे एसडीओ व एसडीपीओ
बुधवार को नगर परिषद कार्यालय में दिन के अधिकांश समय तक गहमागहमी रही. सदर के एसडीओ सुनील कुमार व एसडीपीओ अजय कुमार सिंह महादेवा थाना प्रभारी कुंदन कुमार के साथ यहां पहुंचे और काफी देर तक गहन छानबीन में जुटे रहे.
सीवान. बुधवार को नगर परिषद कार्यालय में दिन के अधिकांश समय तक गहमागहमी रही. सदर के एसडीओ सुनील कुमार व एसडीपीओ अजय कुमार सिंह महादेवा थाना प्रभारी कुंदन कुमार के साथ यहां पहुंचे और काफी देर तक गहन छानबीन में जुटे रहे. इस दौरान कैंपस के लगे सीसीटीवी के फुटेज जहां गहनता से खंगाले गये, वहीं कई कर्मियों से पूछताछ व उपस्थिति रजिस्टर समेत अन्य अभिलेखों की भी जांच की गयी. इस दौरान विशेष निशाना कैंपस में अनधिकृत रूप से घंटो जमा रहनेवाले लोग रहे. मालूम हो कि नगर परिषद कार्यालय में पिछले एक माह में दो बार मारपीट की घटना के बाद से यहां की गतिविधियां जिला प्रशासन के नजर पर है. पहली घटना एक कर्मी को बाहरी लोगों द्वारा पिटायी करने से जुड़ा रहा. इसके बाद कुछ कर्मी गोलबंद होकर बाहरी व्यक्ति पर कार्रवाई के लिये अड़े रहे.हालांकि कोई कानूनी कार्रवाई के बजाय समझौते के बीच ही विवाद का निबटारा कर दिया गया.इस दौरान कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने कार्यालय में बेहतर कार्यशैली पर जोर देते हुए एक आदेश जारी किया.जिसमें कैंपस में असलहे के साथ प्रवेश पर रोक के साथ ही सभापति व उप सभापति की अनुपस्थिति में उनके कक्ष न खोलने की कर्मियों को हिदायत दी गयी. इस बीच पिछले एक सप्ताह के अंदर दो कर्मी ही आपस में मारपीट कर बैठे. इसको लेकर घटना के दूसरे दिन भी तनाव की स्थिति बनी रही.बताया जाता है कि यह मामला जिला प्रशासन तक गया. इस क्रम में ही अचानक नगर परिषद में एसडीओ व एसडीपीओ के पहुंचने के मामले को जोड़ कर देखा जा रहा है.उनके साथ में महादेवा ओपी थाना की पुलिस टीम भी शामिल थी. दोनों अधिकारियों ने अपने उपस्थिति में घंटों सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. जांच के दौरान नगर परिषद में लगे 14 नंबर कैमरा की जांच पर जोर दिया जा रहा था. जांच के दौरान चर्चा रही कि मात्र यहां पर एक सप्ताह का ही रिकार्ड कैमरा में उपलब्ध है. सीसीटीवी से वैसे चेहरे की पहचान की जा रही थी जो लगातार यहां पर आ रहे थे और यहां पर लगातार हो रहे घटना में शामिल हो. अधिकारियों को यह भी सूचना मिली है कि लगातार कर्मियों से रंगदारी की मांग भी की जा रही है. उस बिंदुओं पर भी जांच की गयी. इधर अधिकारियों के जांच के कारण दिनभर कार्यालय में हड़कंप मचा रहा. उधर कहा जा रहा है कि मारपीट के घटना के बाद से दोनों कर्मी नगर परिषद से दूरी बना लिये हैं. उनके कार्यालय कक्ष में ताला लटका नजर आया. चर्चा है कि मारपीट की घटना के दिन काफी संख्या में बाहरी लोग भी नगर परिषद कार्यालय पहुंचे थे. जिसके बाद किसी ने लिखित शिकायत जिला प्रशासन से की है. जिसके बाद ही जांच शुरू करायी गयी है. एसडीओ सुनील कुमार का कहना है कि रूटीन जांच को लेकर हम लोग पहुंचे है. वे कुछ भी बताने से परहेज कर रहे थे.
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