सीवान में निकला चेहलुम का अखाड़ा जुलूस

हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में सोमवार को शांतिपूर्ण माहौल में चेहलुम (चालीसवां) मनाया गया. मोहर्रम की दसवीं को शहीद हुए इमाम हुसैन की याद में मुस्लिम धर्मावलंबियों ने उनके और उनके साथियों की शहादत को एक बार फिर याद कर अखाड़ा निकाला. सोमवार को शहर व ग्रामीण क्षेत्रों से चेहलुम के अवसर पर शांतिपूर्ण रूप से ताजिया के साथ अखाड़ा निकाला गया. शहर में निकले अखाड़े के दौरान जगह-जगह युवाओं ने तिरंगे भी लहराये.

By Prabhat Khabar News Desk | August 26, 2024 9:52 PM

सीवान. हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में सोमवार को शांतिपूर्ण माहौल में चेहलुम (चालीसवां) मनाया गया. मोहर्रम की दसवीं को शहीद हुए इमाम हुसैन की याद में मुस्लिम धर्मावलंबियों ने उनके और उनके साथियों की शहादत को एक बार फिर याद कर अखाड़ा निकाला. सोमवार को शहर व ग्रामीण क्षेत्रों से चेहलुम के अवसर पर शांतिपूर्ण रूप से ताजिया के साथ अखाड़ा निकाला गया. शहर में निकले अखाड़े के दौरान जगह-जगह युवाओं ने तिरंगे भी लहराये. इस मौके पर कई आकर्षक झांकियां निकाली गईं. इस दौरान युवाओ ने परंपरागत खेल का प्रर्दशन किया. शांतिपूर्ण माहौल मे चेहलुम का जुलूस संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक पदाधिकारी पुलिस बल के साथ जगह-जगह तैनात दिखे. त्योहार को लेकर शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे. जुलूस पांच बजे शाम से निकलना शुरू हो गया था. देर शाम में शास्त्री नगर होते हुए जुलूस जेपी चौक पहुंचा. इसके बाद जुलूस के साथ मौजूद हुजूम को देखते हुए प्रशासन ने सड़कों को वन-वे कर दिया. मुख्य सड़क होते हुए दरबार के रास्ते थाना रोड होते हुए बड़ी मस्जिद पहुंचा. अंधेरा का असर जुलूस पर नहीं दिखा. जुलूस हाफीजी चौक, ग्यारहवीं मस्जिद के रास्ते शांति वट वृक्ष पहुंचा. जुलूस में आकर्षक झांकिया देखने के लिए लोगों की भीड़ सड़क के दोनों तरफ लग गई थी. उधर प्रशासन ने पूरी तैयारी करते हुए हर चौक चौराहों पर अतिरिक्त बल की तैनाती की थी. जुलूस देर रात तक शहर की सड़कों पर घूमता रहा. जहां नया किला नवलपुर पहुंच कर समाप्त हो गया. रविवार की रात भी लाइसेंस धारियों द्वारा अपने निर्धारित रूट के अनुसार बैंड-बाजों के साथ विभिन्न आकर्षक ताजिए एवं झांकियां निकाली गईं. मौके पर शहर के नया किला ईदगाह में एक से बढ़कर एक ताजिए लाए गए थे. जुलूस में डंडों के साथ प्रदर्शन कर लोगों ने अपना खूब करतब दिखाए. उन्हें देखने के लिए भी मेले में हजारों की संख्या में लोग उमड़े रहे. व निर्धारित रूट से निकाले गए जुलूस जिला मुख्यालय में देशभक्ति से संबंधित कई आकर्षक झांकियां निकाली गईं. लाइसेंस धारियों द्वारा अपने निर्धारित रूट के अनुसार विभिन्न आकर्षक ताजिया एवं झांकियां निकाली गईं. मौके पर शहर के नया किला ईदगाह में एक से बढ़कर एक ताजिया लाए गए थे. जुलूस में डंडों के साथ प्रदर्शन कर लोगों ने अपने अपने करतब दिखाए. उन्हें देखने के लिए भी मेले में हजारों की संख्या में लोग उमड़े पड़े. ऐसे निकला चेहलुम का जुलूस चेहलुम का जुलूस बेहद गमजदा माहौल में शहर के प्रमुख मुहल्लों से निकाला गया. शहर के बड़ी मस्जिद मोड़, हाफीजी चौक, शांति वट वृक्ष होते हुए मौलेश्वरी चौक, नया किला मैदान होते हुए अखाड़ा लेकर नवलपुर करबला पहुंचे. जिसमे सबसे पहले अखाड़ा नंबर एक बिंदुसार बुजुर्ग पहुंचा. जहां सभी लोगों ने अपना अपना कर्तब दिखाया. जिसके बाद रात्रि तकरीबन 9:00 बजे के करीब समाप्त की गई. बिजली की सप्लाई रही ठप चेहलुम को लेकर रविवार की देर रात से शहर में बिजली की आपूर्ति ठप कर दी गई थी. इसके बाद सोमवार की सुबह छह बजे से बिजली की सप्लाई दी गई. वहीं पुन: दोपहर में बिजली की आपूर्ति को जुलूस निकलने के पहले बंद कर दिया गया. सभी जुलूस जब शांतिपूर्ण संपन्न हो गए तो रात के 10 बजे के बाद बिजली की सप्लाई शहर में शुरू की गई.इस दौरान लोगों को बिजली के बिना ही अंधेरे में रहना पड़ा. जगह जगह की गई थी पानी व शरबत की व्यवस्था बताते चले कि उमस भरी गर्मी से सभी लोग परेशान हैं.वही बिजली कटौती तो लोगो को रुला दिया हैं. चेहलुम की अखड़ा में शामिल लोगो और अखड़ा देखने आए लोगों के लिए जगह जगह पानी और शरबत का स्टॉल लगाया गया था.जहां लोगो अपनी प्यास बुझा रहे थे.

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