सीवान. दुनिया के देशों में डाकघर के माध्यम से अब सामानों का निर्यात आसान हो जायेगा.अभी इसको लेकर 219 देशों से संपर्क स्थापित हुआ है.जहां पर यहां के छोटे उद्यमी अपने उत्पादों को आसानी से भेज सकेंगे.आम लोग भी इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे. यह सेवा शुरू हो जाने के बाद उद्यमियों को अपने सामानों के उत्पादन बढ़ाने के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. मंगलवार को प्रधान डाकघर में निर्यात केंद्र की शुरुआत की गई. यहां से उद्यमियों को विदेशों में सामान सप्लाई करने में सहूलियत होगी. उन्हें कस्टम विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. कस्टम क्लियरेंस का सारा काम डाक विभाग निर्यात केंद्र से ही सॉल्व किया जायेगा. डाक अधीक्षक राहुल रंजन ने बताया कि डाक निर्यात केंद्र निर्यात बढ़ाने में छोटे और मंझोले उद्यमियों की मदद कर रहा है. भारतीय डाक विभाग द्वारा यह सुविधा प्रधान डाकघर में शुरू की गयी है. अधीक्षक श्री रंजन ने यह भी बताया कि डाकघर निर्यात केन्द्र, डाक विभाग और सीबीआईसी की संयुक्त पहल के तहत छोटे निर्यातकों के लिए डिजीटल व्यवसाय की सुविधा प्रदान करते हुए निर्यात के लिए पोर्टल की सुविधा दी गई है, जो निर्यात के लिए बिल दर्ज कराने में सक्षम है. एक बार लाइसेंस मिलने के बाद संबंधित लघु उद्यमियों व निर्यातकों को अपने सामान के निर्यात के लिए कस्टम विभाग के ऑफिस का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. लाइसेंसी लघु निर्यातकों को कस्टम क्लियरेंस का सारा काम अब डाक विभाग के निर्यात केन्द्र से ही आसानी से हो जाएगा. ऐसे में छोटे उद्यमियों को अपने देसी प्रोडक्ट को बाहर के बाजारों में भेजना आसान हो जाएगा. 219 देशों से जुड़ा है डाक विभाग डाक निर्यात केंद्र के माध्यम से स्थानीय व्यवसायी यूएसए, इजिप्ट, फिनलैंड, इस्टोनिया, हांगकांग, अफगानिस्तान, बेल्जियम, ग्रीक, ब्राजील, आईलैंड, बांग्लादेश, कनाडा, आयरलैंड, ऑस्ट्रिया, ओस्टवाना, सऊदी, इथोपिया, बहरीन, चाइना, ऑस्ट्रेलिया, बुल्गारिया, भूटान, डेनमार्क, रूस, यूके समेत 219 से देशों में अपने समान निर्यात कर सकेंगे. विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक डाक निर्यात केंद्र से कोई भी उद्यमी अधिकतम 35 किलोग्राम तक का पार्सल विदेश भेज सकता है. इसके लिए ग्राहक को https: //dnk.cept.gov.in/ customers.web/ पर खुद को रजिस्टर करना होगा. जिसमें ग्राहक या फर्म का नाम, जीएसटी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड सहित पासबुक या कैंसिल चेक के माध्यम से रजिस्टर करना होगा. इसके बाद ग्राहक खुद लॉगिन करके अपने प्रॉडक्ट को बुक कर प्रधान डाकघर के माध्यम से भेज सकेंगे. डाक अधीक्षक ने कहा कि जिले के व्यापारी डाक निर्यात केंद्र का लाभ उठाएं. छोटे उद्यमियों के लिए वैश्विक बाजार की सुविधा विभागीय सुविधा से छोटे उद्यमियों को अपने व्यवसाय को विस्तारित करने में काफी सहुलियत होगी.उन्होने कहा कि 35 किलोग्राम तक सामान निर्यातक सीधे डाक विभाग के निर्यात केन्द्र से सीधे विदेश भेज सकेंगे.उन्होने कहा कि अलग-अलग देशों के लिए उन्हें विभिन्न दर निर्धारित किए गए हैं. घरेलू स्तर के निर्माता भी डाक विभाग से अपने सामान को सीधे विदेश के लिए बुकिंग करा सकते हैं. उन्होंने कहा कि डाक विभाग एक हजार से अधिक निर्यात केन्द्र खोल रहा है. जाहिर है कि इस पहल से छोटे-छोटे उत्पादक भी डाक विभाग की मदद से वैश्विक बाजार से आसानी से सीधे जुड़ सकेंगे. जो लोग लघु उद्योग चलाते हैं, अपने सामान भेजने के लिए बिजनेस पार्सल का लाइसेंस भी स्वयं प्राप्त कर सकते हैं. वैसे व्यक्ति या लघु उद्यमी, जो विदेश में अपना सामान भेजना चाहते हैं, वे डाक निर्यात केंद्र का लाइसेंस ले सकते हैं. इससे कम कीमत में देश और विदेश में भेजा जा सकता है.
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