शहर की मुख्य सड़कों पर जमा हो रहा मुहल्ले का कचरा

शहर में नगर परिषद की अनदेखी के चलते एक सप्ताह से सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है. मोहल्ले से निकलने वाला कचरा मुख्य सड़कों पर ही जमा हो रहा है लेकिन उसे डंप करने की व्यवस्था नहीं की जा रही है. कचरा शहर से बाहर डंप नहीं होने के कारण पूरे शहरवासियों को परेशानी बढ़ गयी है. इस अव्यवस्था को लेकर मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद सहित सभी वार्ड पार्षदों पर भी उंगलियां उठ रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 14, 2024 9:14 PM
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सीवान: शहर में नगर परिषद की अनदेखी के चलते एक सप्ताह से सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है. मोहल्ले से निकलने वाला कचरा मुख्य सड़कों पर ही जमा हो रहा है लेकिन उसे डंप करने की व्यवस्था नहीं की जा रही है. कचरा शहर से बाहर डंप नहीं होने के कारण पूरे शहरवासियों को परेशानी बढ़ गयी है. इस अव्यवस्था को लेकर मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद सहित सभी वार्ड पार्षदों पर भी उंगलियां उठ रही है. कचरा नहीं उठने के कारण जगह-जगह गंदगी के ढेर लगा हैं. यह समस्या नगर परिषद के पास कूड़ा गिराने के लिये जमीन नहीं होने के कारण हुई है. पहले कूड़ा गिराने के लिए जमीन मालिक तैयार हो जा रहे है लेकिन जैसे ही कूड़ा उनके जमीन पर गिर रहा है तो दूसरे दिन ही गिराने से माना कर दे रहे है. जिससे अगले दिन से शहर का कूड़ा का उठाव बाधित हो जा रहा है. जिस कारण शहर के प्रमुख बाजार-मोहल्लों और चौराहों पर कचरे के ढेर लगने से राहगीरों और वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. नियमित रूप से डंपिंग प्वाइंट से कचरा नहीं उठने के कारण कई स्थानों पर गंदगी के ढेर दिखाई देते है.ऐसे में कचरे के ढेरों से आती बदबू लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रही है. कुछ लोगों का कहना है कि नगर परिषद के सफाई कार्य एनजीओ से छीनने के बाद से ही इस तरह की समस्या बनी है. नगर परिषद जमीन तलाश करती है लेकिन कूड़ा गिरने के बाद ही कुछ लोग वहां पर विरोध करा देते हैं. जिसके कारण नगर परिषद का पुनः जमीन की तलाश करने में समय लगता है. जिससे कूड़ा उठाव बाधित हो जाता है. नाक पर रूमाल रख गुजर रहे लोग हल्की-हल्की बारिश के कारण कुछ जगहों की स्थिति ऐसी हो गयी है, जहां से गुजरने के दौरान लोगों को अपने नाक पर रूमाल रखना पड़ रहा है. कचरे से उठते दुर्गंध ने लोगों को जीना मुश्किल कर दिया है. स्थिति ऐसी है कि कचरा अब बीच सड़क पर आ गया है, जिसके कारण अब सड़क जाम होने लगी है. शहर के बड़हरिया बस स्टैंड, सदर अस्पताल के सामने, राजेंद्र पथ, नया बाजार, महादेवा, कागजी मोहल्ला, शांति वट वृक्ष,डीएवी मोड़, स्टेशन रोड़, अड्डा नंबर दो, बड़ी मस्जिद, थाना रोड़, श्रद्धानंद बाजार आदि स्थानों पर सड़क पर फैले कचरे के ढेर को देखा जा सकता है. आधी सड़क पर कचरा जमा है. कचरे की वजह से सड़क संकीर्ण हो गयी है, जिससे चालकों को वाहन चलाने में परेशानी हो रही है. प्रतिदिन इन क्षेत्रों में कूड़ा उठाव नहीं होने से जाम लग जा रही है. जिससे लोगों को घंटों जाम में फंसा रहना पड़ रहा है. सड़क के किनारे का कचरा मानव जीवन को प्रभावित करता है शहर में सड़क के किनारे का कचरा कई तरह से मानव जीवन को प्रभावित करता है.डाक्टर ए मुखर्जी कहते है कि कचरा के सड़ने के बाद उसमें से हानिकारक रसायन निकलता है. इससे चमड़े की ऊपरी परत पर एग्जिमा या वायरल रोग हो सकता है. कचरा सड़ने पर कार्बन डाइआक्साइड और कार्बन मोनोआक्साइड मिथेन गैस निकलता है. इस कारण संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बढ़ता है. वहीं, कचरा जलाने पर शहर का एयर इंडेक्स खराब होता है. कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि जमीन के अभाव में परेशानी उत्पन्न हो रही है.जल्द ही इसका स्थायी हल निकाल लिया जायेगा.इसके लिये हर संभव प्रयास किया जा रहा है.

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