शहर से लेकर गांव तक किया गया पौधारोपण

पर्यावरण की रक्षा करनी है तो उसके पहले पेड़-पौधों की सुरक्षा करनी है . पौधरोपण के साथ ही दूसरों को पर्यावरण के प्रति सजग करने की आवश्यकता है. सीवान सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान में अधिकारियों ने पौधे लगाकर संरक्षण करने का संकल्प लिया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 27, 2024 9:10 PM

संवाददाता, सीवान. पर्यावरण की रक्षा ही हमारी सुरक्षा है. ऐसे में प्रदूषण से निजात दिलाने में पेड़-पौधे की सशक्त भूमिका हो जाती है. दुनिया समझ चुकी है कि पर्यावरण की रक्षा करनी है तो उसके पहले पेड़-पौधों की सुरक्षा करनी है . पौधरोपण के साथ ही दूसरों को पर्यावरण के प्रति सजग करने की आवश्यकता है. सीवान सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान में अधिकारियों ने पौधे लगाकर संरक्षण करने का संकल्प लिया. साथ ही अभियान के तहत जिला मुख्यालय सहित गांव तक अधिकारियों और पैक्स अध्यक्ष और प्रबंधकों ने जगह-जगह पौधा लगाकर धरती को हरा भरा बनाने का संकल्प लिया है. को-ऑपरेटिव बैंक परिसर में जिला स्तरीय आयोजित कार्यक्रम के तहत बैंक के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार, जिला सहकारिता पदाधिकारी सुमन कुमार सिंह, प्रशासी पदाधिकारी आलोक कुमार वर्मा ने छायादार और फलदार पौधा लगाया. मौके पर एमडी ने कहा कि हर व्यक्ति को पौधरोपण करना आवश्यक है. सभी संकल्प ले कि हम पौधे लगाकर उसकी सुरक्षा करेंगे. डीसीओ ने कहा कि पर्यावरण को संतुलित रखने के लिये पौधा लगाकर इसका संरक्षण करना जरूरी है. यह पौधा पेड़ बनेगा तो वातावरण में ऑक्सीजन मिलेगा. कहा कि पेड़ हमारे पुत्र के समान है. मौके पर स्थापना पदाधिकारी दुर्गा प्रसाद वर्मा, बीसीओ संजय कुमार, अनिल कुमार अकेला, कार्तिकेय कुमार,गुलाम ख्वाजा, मृत्युंजय कुमार, रामनारायण शाह, आजाद आलम,रेयाज अहमद, धीरेंद्र कुमार ओझा, अतुल कुमार सहित अन्य मौजूद थे. वहीं दूसरी ओर गोरेयाकोठी प्रखंड मुख्यालय स्थित गोरेयाकोठी पैक्स अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में भी पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां पर बीसीओ संजय कुमार और पैक्स अध्यक्ष ने पौधरोपण कर क्षेत्र को हरा बनाने का संकल्प लिया. पैक्स अध्यक्ष ने कहा कि पौधरोपण से पर्यावरण संतुलन रहेगा. पानी का वन से बहुत गहरा नाता है. इसलिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं और अपने क्षेत्र को हरा-भरा बनाएं. उन्होंने कहा कि बहती हुई नदी, हरे-भरे वृक्ष को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version