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शुरू हुआ देसी चिकित्सालय में मरीजों का इलाज

सीवान.शहर के फतेहपुर मोहल्ले में स्थित जिला संयुक्त देसी चिकित्सालय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्षों से खाली पड़े तीनों पैथ के आयुष चिकित्सकों के पद पर डॉक्टरों की पदस्थापना लगभग एक माह पूर्व कर दी गई.देसी चिकित्सालय में तीनों पैथ के डॉक्टर ओपीडी में मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया है

By Prabhat Khabar News Desk | September 16, 2024 8:43 PM

संवाददाता,सीवान.शहर के फतेहपुर मोहल्ले में स्थित जिला संयुक्त देसी चिकित्सालय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्षों से खाली पड़े तीनों पैथ के आयुष चिकित्सकों के पद पर डॉक्टरों की पदस्थापना लगभग एक माह पूर्व कर दी गई.देसी चिकित्सालय में तीनों पैथ के डॉक्टर ओपीडी में मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया है.देसी चिकित्सालय में आयुर्वेद,होमियोपैथ एवं यूनानी के डॉक्टरों द्वारा ओपीडी में इलाज शुरू किए जाने से देसी चिकित्सा में विश्वास करने वाले मरीजों को काफी राहत मिली है.जिला संयुक्त देसी चिकित्सालय में आयुर्वेद पैथ में डॉक्टर धर्मनाथ चौधरी,होमियोपैथ में डॉक्टर गिरीश राम एवम यूनानी पैथ में डॉक्टर जिया ताजीम की स्वास्थ्य विभाग ने पदस्थापना किया है.जिला देसी चिकित्सालय के साथ साथ विभाग ने वर्षों से खाली पड़े जीरादेई, दरौंदा एवं पचरुखी के देसी चिकित्सालय में खाली पड़े डॉक्टरों के पद पर भी डॉक्टर की पदस्थापना कर दी गई है. राजेंद्र बाबू के प्रयासों से सीवान के लोगों को मिला था देसी चिकित्सा का लाभ देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद के प्रयासों से ही जिले में देसी चिकित्सालयों की स्थापना हुई थी. स्वयं राजेंद्र बाबू भी तबीयत खराब होने पर देसी चिकित्सा पद्धति से इलाज कराते थे. उनके प्रयासों से ही जिले के जीरादेई, रघुनाथपुर, सिसवन प्रखंड के ग्यासपुर, बसंतपुर तथा सीवान शहर में यूनानी,आयुर्वेद तथा होम्योपैथिक पैथ से इलाज के लिए जिला देसी संयुक्त चिकित्सालय की स्थापना हुई थी. देसी चिकित्सा निदेशालय के निर्देश पर ग्यासपुर एवम रघुनाथपुर देसी चिकित्सालय को दरौंदा एवं पचरुखी के पुराने पीएचसी भवन में स्थानांतरित कर दिया गया.जीरादेई में तो देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने अपने पैसों से खर्च करके अपनी जमीन पर भवन का निर्माण करवा कर देसी चिकित्सालय को उपलब्ध कराया था. कैसे मिलेगा जिले के लोगों को आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेवा का लाभ जिले के नौ पुराने पीएचसी भवन में आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की स्थापना को लोगों को सेवा उपलब्ध कराने का विभाग ने सालों पहले निर्देश दिया था.लेकिन अभी तक एक भी देसी चिकित्सालय में लोगों को आयुष हेल्थ एंड वेलनेस की सेवा नहीं मिली. जिले के जिन पीएचसी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन बन गया है तथा पुराना पीएचसी का भवन स्पेयर हो गया है. उन पीएचसी के भवनों को स्वास्थ्य विभाग ने जिला देसी चिकित्सा पदाधिकारी को हैंड ओवर कर दिया था. देसी चिकित्सा निदेशालय ने मिले नौ पीएचसी के भवनों के जीर्णोद्धार का काम किया गया. स्वास्थ्य विभाग ने जिन पीएचसी के भवनों को हैंड ओवर किया है. उसमें पचरुखी,दरौंदा,भगवानपुर हाट,वसंतपुर,लकड़ी नबीगंज, बड़हरिया, गोरेयाकोठी,हुसैनगंज तथा हसनुरा पीएचसी शामिल है. जिला देसी चिकित्सा निदेशालय द्वारा इसमें कोई रुचि नहीं लिये जाने से लोगों को आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सुविधा की बात तो दुर पहले वाली सुविधा भी नहीं मिल रही है. क्या कहते हैं जिम्मेदार विभाग द्वारा डॉक्टरों की पदस्थापना किए जाने के बाद सभी देसी चिकित्सालयों में मरीजों का इलाज शुरू हो गया है.विभाग द्वारा कुछ दवा उपलब्ध कराई गई है.शेष दवा बहुत शीघ्र उपलब्ध कराया जाएगा. डॉ. योगेंद्र राम, जिला संयुक्त देसी चिकित्सा पदाधिकारी,सीवान

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