सीवान जंक्शन : हर जगह हो रहा काम, पर यात्रियों की सुविधा का नहीं रखा जा रहा ख्याल

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत सीवान जंक्शन पर लगभग 40.13 करोड़ रुपये की लागत से कई विकास के कार्य चल रहे हैं. प्लेटफॉर्म संख्या 2-3 से लेकर सर्कुलेटिंग एरिया तक चल रहे निर्माण धीमी गति से होने के कारण रेल यात्रियों को आवश्यक यात्री सुविधा नहीं मिल पा रही है. प्लेटफॉर्म संख्या एक से लेकर तीन तक निर्माण कार्य को लेकर फर्श को तोड़ दिया गया है तथा काफी मात्रा में बालू-गिट्टी सहित अन्य निर्माण सामग्री एवं उपकरण रखे हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | April 18, 2024 9:38 PM

सीवान. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत सीवान जंक्शन पर लगभग 40.13 करोड़ रुपये की लागत से कई विकास के कार्य चल रहे हैं. प्लेटफॉर्म संख्या 2-3 से लेकर सर्कुलेटिंग एरिया तक चल रहे निर्माण धीमी गति से होने के कारण रेल यात्रियों को आवश्यक यात्री सुविधा नहीं मिल पा रही है. प्लेटफॉर्म संख्या एक से लेकर तीन तक निर्माण कार्य को लेकर फर्श को तोड़ दिया गया है तथा काफी मात्रा में बालू-गिट्टी सहित अन्य निर्माण सामग्री एवं उपकरण रखे हुए हैं. इन्हीं प्लेटफॉर्म से ट्रेनों का परिचालन होने से रेल यात्रियों को ट्रेन पकड़ने एवं उतरने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गर्मी के मौसम में तेज पछुआ हवा बह रही है. ट्रेनों की प्रतीक्षा में स्टेशन पर इंतजार कर रहे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर रख बालू समेत अन्य भवन सामग्रियों से काफी परेशानी हो रही है. जिस हॉल में द्वितीय श्रेणी यात्री प्रतिक्षालय एवं यूटीएस टिकट काउंटर है. वहां भी निर्माण कार्य होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रेलवे स्टेशन का ऐसा कोई दफ्तर नहीं है जहां पर कार्य नहीं हो रहे है. निर्माण कार्य को लेकर प्लेटफॉर्म संख्या 2 एवं 3 के कोच डिस्प्ले सिस्टम का कनेक्शन कटा हुआ है. इस कारण रेल यात्रियों को ट्रेन आने के बाद अपने कोच की जानकारी नहीं हो पाती है. ऑनलाइन एनटीएस पर भी कोच की सही जानकारी एंट्री नहीं किए जाने से यह यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अधिकांश महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव मात्र 2 मिनट है. ऐसे में गलत जानकारी होने की स्थिति में ट्रेन आने के समय स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने के लिए भगदड़ जैसी स्थिति हो जाती है. बुधवार को दरभंगा से नई दिल्ली को जाने वाली क्लोन एक्सप्रेस के समय सोच की जानकारी नहीं दिए जाने के कारण ट्रेन पकड़ने के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति हो गयी. ऑनलाइन एनटीएस पर बताया जा रहा था कि एम 1 कोच इंजन के बगल में लगेगा. ट्रेन जब आयी तब यात्रियों को इस बात की जानकारी हुई की एम 1 कोच बीच में लगा है. रेल यात्रियों को स्टेशन पर चढ़ाने आये उनके परिजनों ने इसकी शिकायत स्थानीय रेल के सभी पदाधिकारियों से की. लेकिन आज गुरुवार को जब ट्रेन आयी तो भगदड़ जैसी स्थिति हो गयी. कई यात्री प्लेटफॉर्म पर गिर भी गये. तब तक ट्रेन खुल गयी. ट्रेन के गार्ड ने यात्रियों को परेशानियों को देखते हुए ट्रेन को पुन: रोका. उसके बाद यात्री ट्रेन में चढ़ सके. पूछताछ काउंटर पर काम करने वाले रेल कर्मचारियों का कहना है की कोच डिस्प्ले बोर्ड काम नहीं करने की स्थिति में ध्वनि प्रसारण यंत्र से मैनुअली रूप से कोच की जानकारी यात्रियों को दी जाती है. रेल कर्मचारियों ने स्वीकार किया कि कभी-कभी अगले स्टेशन से कोच की जानकारी नहीं मिल पाने की स्थिति में जानकारी नहीं दे पाते हैं. उन्होंने बताया कि बुधवार को 02563 क्लोन स्पेशल ट्रेन के कोच की जानकारी नहीं हो सकी थी. वैसे भी यात्रियों को सूचना देने के लिए सीवान जंक्शन पर पर्याप्त संख्या में लाउडस्पीकर नहीं होने से सभी यात्रियों को सूचना नहीं मिल पाती है. इधर, वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि सीवान स्टेशन पर रेल यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए स्थानीय अधिकारियों से बात कर परेशानियों को दूर किया जायेगा. ट्रेन आने के पहले कोच की जानकारी ध्वनि प्रसारण यंत्र से यात्रियों को समय से दी जायेगी.

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