मैरवा (सीवान). पड़ोसी राज्य यूपी के देवरिया जिले के बनकटा थाना क्षेत्र के जंजीरहा के ग्राम प्रधान अजीत सिंह उर्फ जड़ी सिंह की दीपावली की रात अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक के गांव से चंद किलोमीटर दूर सोहनपुर बाजार में बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया. मृतक पर सीवान जिले के विभिन्न थानों में शराब तस्करी समेत अन्य संगीन धाराओं में प्राथमिकी दर्ज है. शराब तस्कर जड़ी सिंह बिहार पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था. तकरीबन 10 दिन पूर्व ही सीवान मंडल कारा से जमानत पर बाहर निकला था. घटना को लेकर पुलिस अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. घटनास्थल पर ताश के पत्ते और कई जोड़ी चप्पल मिले हैं. ऐसा अनुमान है कि जड़ी सिंह की हत्या साजिश के तहत की गयी है. फिलहाल बनकटा थाने की पुलिस इस पूरे वारदात की जांच में जुटी हुई है. इधर, मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए देवरिया भेज दिया है. मृतक पर सीवान जिले के मैरवा, गुठनी, नौतन और मुफ्फसिल थाने में शराब तस्करी से जुड़े मामले दर्ज हैं. बताया जाता है कि घटना की रात आठ बजे जड़ी सिंह अपने गांव जंजीहरा से सोहनपुर बाजार के पंकज जायसवाल के घर गया था. वहां कुछ लोग जुआ खेल रहे थे. उसी दौरान अज्ञात अपराधियों ने जड़ी सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी व फरार हो गये. जड़ी सिंह को दो गोली सिर में, दो गोली सीने में और दो गोली पैर में लगी थी. अजित सिंह उर्फ जड़ी सिंह ग्राम प्रधान था. साथ ही वह चर्चित शराब माफिया था. शराब तस्करी के आरोप में कुछ दिन पहले सीवान जेल में बंद था. 10 दिन पूर्व ही वह जेल से छूट कर घर आया था. बिहार में शराबबंदी के बाद से वह तस्करी के धंधे से जुड़ गया था और करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर बीते पंचायत चुनाव में वह प्रधान बन गया था. गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. पुलिस क्षेत्राधिकारी भाटपाररानी एसपी सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. घटना के बारे में पुलिस जानकारी जुटाने में लगी है. वर्ष 2017 में मैरवा पुलिस ने किया था गिरफ्तार : वर्ष 2017 में तत्कालीन मैरवा थाना प्रभारी विनोद सिंह ने जड़ी सिंह को गिरफ्तार करने पर चर्चा में आया था. गैंगस्टर, आर्म्स एक्ट और मद्यनिषेध के मामले दर्ज हुए थे. बिहार में शराबबंदी पूर्ण रूप से लागू करने के लिए वर्ष 2017 में थाना प्रभारी के पद पर विनोद कुमार सिंह ने ज्वाइन किया था. उन्होंने शराब के मामले में जड़ी सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. उस समय से जड़ी सिंह सीवान में शराब माफिया के नाम से और चर्चित हो गया. उस पर मद्यनिषेध, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट सहित अन्य मामले मैरवा, गुठनी, रघुनाथपुर, नौतन और मुफ्फसिल थाने में दर्ज है. विनोद सिंह के निशाने पर आने के बाद जड़ी सिंह की शराब तस्करी कुछ कम हुई. लेकिन, पैसे के बल पर वह बिहार में शराब की तस्करी करवाने में माहिर था. तस्कर के घर एसडीएम की छापेमारी से एसपी तक थे बेखबर : जनता के बीच कम समय में ही बनी पहचान का नतीजा था कि जड़ी सिंह की शराब तस्करी के खेल से वाकिफ होने के बाद भी लोगों ने पिछले चुनाव में ग्राम प्रधान बनाया. इस बीच शराब तस्करी के इसके खेल से परेशान बिहार पुलिस की शिकायत पर देवरिया के तत्कालीन डीएम अखंड प्रताप सिंह के निर्देश पर 13 दिसंबर, 2023 को भाटपार रानी के एसडीएम रहे हरिशंकर मल्ल के नेतृत्व में जंजीरहा स्थित मकान की पुलिस ने तलाशी ली थी. इस दौरान साथ में भाटपार रानी के सीओ दीपक शुक्ल व बनकटा, खामपार, श्रीरामपुर, भाटपार रानी के थाना प्रभारी व पुलिस बल मौजूद रहे. कहा जाता है कि छापेमारी की कार्रवाई से एसपी तक अनभिज्ञ थे. छापेमारी में आधा दर्जन स्कॉर्पियो के साथ 800 पेटी शराब बरामद हुई थी. हालांकि जड़ी सिंह छापेमारी के पहले ही घर से निकल पड़ा. यह भी कहा जाता है कि छापेमारी की कार्रवाई के 24 घंटे में सर्किल के सभी थाना प्रभारियों का तबादला कर दिया गया. इस छापेमारी को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के बीच दूरियां बनने की बात चर्चा में रही थी. हालांकि इसकी कभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई.
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