भगवानपुर हाट (सीवान). भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र में एक महीने पहले जहरीली शराब से 28 लोगों की मौत के बाद भी इलाके में शराब निर्माण और तस्करी पर रोक नहीं लग पाने से आक्राेशित ग्रामीणों ने खुद ही कार्रवाई शुरू कर दी. थाना क्षेत्र के बलहा अलीमर्दनपुर गांव के लोगों ने खेत में दबा कर रखी गयी दो सौ लीटर से अधिक देसी शराब को जमीन खोद कर निकाल लिया. इसके बाद उसे सड़क पर रख कर प्रदर्शन करने लगे. इससे भगवानपुर-मोरा मुख्य सड़क पर चार घंटे तक यातायात बाधित रहा. प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण प्रशासन पर धंधेबाजों के साथ मिलीभगत कर शराब बिक्री कराने का आरोप लगा रहे थे. बता दें कि पिछले अक्तूबर में भगवानपुर थाना क्षेत्र और आसपास के सारण जिले के इलाके में जहरीली शराब के सेवन 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी. इसमें अकेले भगवानपुर थाना क्षेत्र के 28 लोग शामिल थे. यह मामला काफी सुर्खियों में रहा. इसके बाद पुलिस ने अभियान चला कर हजारों लीटर शराब के साथ तस्करों को भी पकड़ा, लेकिन धीरे-धीरे मामला शांत पड़ता गया और फिर से शराब की तस्करी शुरू हो गयी. इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों ने गुरुवार को दो सौ लीटर से अधिक शराब को पकड़ कर सड़क पर रख दिया. ग्रामीणों का कहना था कि अब भी जमीन के नीचे लगभग एक हजार लीटर कच्ची शराब दबी हुई है. सूचना पर पहुंची पुलिस खेतों में सर्च अभियान चला कर शराब खोजने में लग गयी है. वहीं, शराब मिलने के बाद गांव के ही दो पक्षों में झड़प हो गयी, जिसमें दोनों पक्षों से 14 लोग घायल हो गये. सभी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भगवानपुर में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें सीवान रेफर कर दिया गया. वहीं, घटना की सूचना मिलने पर डायल 112 की पुलिस मौके पहुंच कर मामले की जांच में जुट गयी. इसके बाद थानाध्यक्ष सुजीत कुमार चौधरी पहुंचे व दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को सुलझाया तथा बरामद शराब को जब्त कर थाने ले आये. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर शराब निर्माण करने का आरोप लगा रहे हैं, जिसके कारण गांव में तनाव है.
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