तापमान में आयी पांच डिग्री की गिरावट
सीवान. तीखी धूप व गर्म हवा से जूझ रहे जिले के लोगों पुरवा हवा से राहत मिली है.गुरुवार की रात में चली धूलभरी आंधी व बादल छाने से मौसम सुहाना हो गया. अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी. हालांकि दोपहर बाद लोगों को उमस भरी गर्मी ने परेशान किया.
संवाददाता, सीवान. तीखी धूप व गर्म हवा से जूझ रहे जिले के लोगों पुरवा हवा से राहत मिली है.गुरुवार की रात में चली धूलभरी आंधी व बादल छाने से मौसम सुहाना हो गया. अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी. हालांकि दोपहर बाद लोगों को उमस भरी गर्मी ने परेशान किया. करीब एक माह से जिले का तापमान 40- 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता था. वहीं शुक्रवार के दिन अधिकतम तापमान 39 व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अप्रैल से पड़ रही भीषण गर्मी के कारण लोगों का जीना दूभर हो गया है. सूरज भी आग बरसा रहा है और लोगों का घरों से बाहर निकलना काफी मुश्किल हो गया था. धूप से बचने के लिए लोग सिर पर कपड़ा लपेटकर या छाता लेकर घर से बाहर निकल रहे हैं. गुरुवार की रात चली तेज हवा से गर्मी कुछ हद तक कम हुई है. लोगों का कहना है कि पिछले दो महीने से भीषण गर्मी के चलते जीना मुहाल हो गया था. तेज आंधी से परेशान दिखे लोग गुरुवार की रात तेज आंधी से मौसम तो सुहाना हो गया. वहीं इससे लोगों को परेशानी भी हुई. करीब 35 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी भी चली. तेज हवा के कारण ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकानों के टिन-टप्पर भी उड़ गए. हालांकि अभी तक कहीं से कोई जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है. बिजली व्यवस्था हुई प्रभावित तेज आंधी व पानी से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था प्रभावित हुई. लोगों को करीब छह घंटे तक बिजली नही मिली. कई इलाकों में आंधी के चलते विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो गई. बिजली नहीं होने के कारण अधिकांश बीमार लोग परेशान रहे. साथ ही विद्युत पर आधारित लोगों के दैनिक कार्य प्रभावित होने लगे. विद्युत कर्मियों द्वारा लगातार पेट्रोलिग कर इंसुलेटर पंक्चर तथा अन्य तकनीकी खराबी को दूर किया गया. जिसके बाद विद्युत व्यवस्था बहाल हुई. बदलते मौसम में सेहत का रखे ख्याल करीब एक सप्ताह से मौसम में बदलाव देखा गया है. डा.रूपेश ने बताया कि बदलते मौसम में इम्युन सिस्टम कमजोर हो जाता है. ऐसे में सर्दी, जुकाम और बुखार की परेशानी आम बात है. बदलते मौसम में वायरल बुखार के मामले बढ़ते हैं. बड़ों के साथ बच्चे भी वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं. इसलिए इस मौसम में बच्चों तथा बुजुर्गों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. मौसम में बदलाव लाता है बीमारियां मौसम में बदलाव अपने साथ बहुत सारी बीमारियां साथ लेकर आता है. खान पान पर ध्यान देने की जरूरत है. पौष्टिक आहार लेना चाहिए, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. पर्याप्त पानी पीना चाहिए. मौसमी फलों एवं सब्जियों का खाने में प्रयोग करना चाहिये. विटामिन सी वाले फल जैसे संतरा, नींबू ज्यादा लेना चाहिए क्योंकि यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. ठंडे पदार्थों का सेवन न करें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक को दिखायें
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