रिटायर शिक्षक की गला रेत कर हत्या, विरोध में सड़क जाम व प्रदर्शन

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सरसर गांव की पैक्स के समीप बुधवार की रात एक वृद्ध की अपराधियों ने धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी. मृतक की पहचान 85 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षक रामानुज सिंह के रूप में की गयी

By Prabhat Khabar News Desk | April 4, 2024 8:41 PM

सीवान. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सरसर गांव की पैक्स के समीप बुधवार की रात एक वृद्ध की अपराधियों ने धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी. मृतक की पहचान 85 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षक रामानुज सिंह के रूप में की गयी, जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है. बताया जाता है कि रामानुज सिंह अपने घर से खाना खाने के बाद तकरीबन 7:55 बजे 100 मीटर दूर अपने बथान में सोने चले गये, जहां से कुछ देर बाद बथान के पीछे बगीचे में शौच करने के लिए गये, जहां घात लगाये अपराधियों ने धारदार हथियार से उनकी गला रेत कर हत्या कर दी. इसके बाद अपराधी उन्हें घसीटते हुए तकरीबन 15 मीटर दूर अंधेरे में ले गये, लेकिन किसी के आने की धमक के बाद शव छोड़ कर फरार हो गये. घटना की जानकारी मिलने पर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे. इधर, ग्रामीणों की भी भीड़ जुट गयी. माैके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ आवश्यक जांच में जुट गयी. बताते चलें कि जिस समय अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया, उस समय घटनास्थल से कुछ ही दूर तकरीबन आधा दर्जन महिलाएं और पुरुष शौच के लिए गये थे. बताया जाता है कि घटना को अंजाम देकर भागते समय घेराबंदी किये गये बांस से हमलावर टकरा गया और बांस टूट गया, जिसकी आवाज शौच करने वाले लोगों ने सुनी. उनमें से किसी ने 8:04 बजे मृतक के पुत्र राजन सिंह को फोन कर बताया कि आपके बथान से एक व्यक्ति भागते हुए देखा गया. उस समय उनके पुत्र खाना खा रहे थे. उन्होंने किसी को बथान में भेजा, तो देखा की रामानुज सिंह खून से लथपथ मृत पड़े हुए हैं. घटना के बाद ग्रामीण जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान को घटनास्थल पर बुलाने की मांग को लेकर अड़ गये. परिजन भी शव को उठाने से इनकार कर दिये. लेकिन जब 12 घंटे बाद भी डीएम और एसपी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे, तो ग्रामीणों ने सीवान-गोपालगंज मुख्य मार्ग को सरसर मध्य विद्यालय के समीप जाम कर दिया, जहां तकरीबन डेढ़ घंटे तक लोग सड़क पर प्रदर्शन करते रहे. इसके कारण सड़क के दोनों तरफ दो किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी. इधर, पुलिस व समाजसेवियों के समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ और जाम हटवा कर आवागमन सामान्य कराया जा सका. मुफस्सिल थानाध्यक्ष अशोक दास ने मामले की गहनता से जांच के लिए एफएसएल की टीम को बुला लिया, जहां चार सदस्यीय टीम गुरुवार की सुबह 10:02 बजे घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गयी. टीम ने तकरीबन 19 मिनट में ही अपनी जांच पूरी कर ली. जांच में एफएसएल की टीम ने फिंगर प्रिंट्स, घटनास्थल पर गिरे खून, कपड़ा सहित कई अहम सुराग एकत्रित कर जांच के लिए मुजफ्फरपुर लेकर चली गयी.

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