सीवान. पिछले दिनों आई आंधी व बूंदाबांदी ने मौसम की गर्मी को कुछ कम कर दिया था. तेज पुरवा हवा के चलने और बादलों के छाए रहने से मौसम राहत भरा बना हुआ था. सोमवार को अचानक मौसम में परिवर्तन हुआ. धूप सुबह ही निकलने लगी थी. पुरवा हवा का रफ्तार कम हुआ. वहीं आसमान दिख रहे कुछ बादल भी जल्द छंट गए. चिलचिलाती धूप लोगों को परेशान कर रही थी. हालांकि तापमान कम होने से उनमें पहले जैसे असर नहीं दिख रहा था. तेज धूप के चलते लोग बाजारों में भी कम दिख रहे थे. दोपहर में पुरवा हवा का प्रवाह कम होने व तीखी धूप निकलने के चलने से दिक्कतें और बढ़ गई है. लोग अपने घरों में कैद रहे. गांव में बच्चे गर्मी से राहत पाने के लिए तालाब तथा पंप पर पानी से मस्ती करते नजर आए. गर्मी से राहत के लिए घरों में लगे पंखे, कूलर में भी उमस से शरीर में चिपचिपाहट महसूस होती रही. सोमवार को तापमान अधिकतम 42 डिग्री व न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम के जानकारों की माने तो मौसम का मिजाज फिर गरमाने लगा है. उत्तर-पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने के कारण आसमान साफ रहेगा. इससे धूप परेशान कर सकती है. वातावरण में आर्द्रता से उमस भी परेशानी करेगी. अधिकतम व न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है.वातावरण में नमी बनी रहेगी.मानसून के आगमन के बाद ही उमस भरी गर्मी से राहत मिल सकती है. झमाझम बारिश की जरूरत मौसम विशेषज्ञ डा. मनोज कुमार गिरी ने बताया कि लगातार तेज धूप और गर्मी से हर कोई परेशान हो गया है. औसत तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. अभी चिपचिपी गर्मी से राहत और बारिश के असर नहीं है. इस साल प्री-मानसून की बारिश कम हुई है. किसान धान की नर्सरी के लिए खेत तैयार कर रहे है. ऐसे में झमाझम बारिश की जरूरत है.यदि ऐसा मौसम रहा तो धान उत्पादन पर इसका प्रभाव पड़ेगा. हवा की गुणवत्ता हुई ठीक लोग उमस भरी गर्मी परेशान हो रहे है. इन सब के बीच जिलावासियों के लिए एक राहत वाली खबर है.तेज धूप व तेज रफ्तार से चल रही हवा के चलते वायु गुणवत्ता में त्वरित सुधार हुआ है. जिला की हवा सेहतमंद हुई है. गुरुवार को जीरादेई का एक्यूआई 27 रहा.
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