ठंड और कोहरे की दोहरी मार से हलकान हुए लोग

. ठंड और घने कोहरे ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. मंगलवार को दूसरे दिन भी कोहरा छाया रहा, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गयी. सोमवार रात से शुरू हुई ठंड और कोहरे की स्थिति मंगलवार देर शाम तक बनी रही. अधिकतम तापमान 18 व न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके साथ ही पछुआ हवा की गति भी 12 किमी प्रति घंटा रही, जिसने ठंड को और बढ़ा दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 21, 2025 9:27 PM

संवाददाता,सीवान. ठंड और घने कोहरे ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. मंगलवार को दूसरे दिन भी कोहरा छाया रहा, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गयी. सोमवार रात से शुरू हुई ठंड और कोहरे की स्थिति मंगलवार देर शाम तक बनी रही. अधिकतम तापमान 18 व न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके साथ ही पछुआ हवा की गति भी 12 किमी प्रति घंटा रही, जिसने ठंड को और बढ़ा दिया. सर्दी और कोहरे के चलते सड़कों पर चलना भी मुश्किल हो गया. सर्दी के प्रभाव से लोग ठंड से बचने के लिए घरों से बाहर कम निकल रहे हैं.सुबह के समय स्कूलों और दफ्तरों में जाने वाले लोगों को कोहरे से गुजरते हुए सफर करना पड़ा.घना कोहरा से वाहन सवारों को यात्रा में कठिनाइयां आई. कई स्थानों पर सड़क पर कम दृश्यता के कारण वाहन धीमी गति से चल रहे थे.घने कोहरे के कारण सड़क के दृश्य साफ नहीं थे,सड़क पर वाहनें लाइट जलाकर चल रही थी. मौसम विभाग के अनुसार अभी कुछ दिनों तक कोहरा व शीतलहर का सामना करना पड़ सकता है.उत्तर-पश्चिम की ठंडी हवा ने मैदानों को कंपा कर रख दिया.सप्ताह भर शीतलहर का बहाव जारी रहेगा और घना कोहरा भी छाए रहने के आसार हैं.जिस कारण धूप निकलने के आसार भी कम ही बन रहे है. ठंड से ठिठुरते स्कूल पहुंचे छात्र मंगलवार को कोहरे व ठंड से ठिठुरते छात्र स्कूल पहुंचे. स्कूल जाने के लिए बसों का इंतजार कर रहे बच्चे ठंड से ठिठुरते रहे. बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता अभिभावकों को सताती रही.स्कूल जाने के लिए बच्चों को लगभग सात बजे से तैयार होना पड़ता हैं. उस समय पारा लगभग 7 से 8 डिग्री सेल्सियस रहता है. ठंड में जरूरी काम होने पर ही लोग घर से निकल रहे है.शाम ढलते ही सड़क पर लोगों का आना-जाना कम हो जाता हैं. अभिभावकों का कहना है कि ठंड में स्कूल बंद कर देना चाहिए .ठंड से राहत नहीं मिली तो स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की परेशानी बढ़ सकती हैं. ठंड से बढ़ गये ब्रेन हेमरेज, हार्ट अटैक व कोल्ड डायरिया के मरीज सर्दी के मौसम को हेल्दी सीजन माना जाता है . लोग ठंड में कम बीमार पड़ते है. लेकिन अत्यधिक ठंड के चलते बीमार होने वालों की संख्या बढ़ गई है.अस्पतालों में अधिकांश मरीज ऐसे है, जो जो ठंड की चपेट में आने से बीमार हुए. यही कारण है कि चिकित्सक लोगों को ठंड से बचने की सलाह दे रहे है. ठंड बढ़ने से सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ कोल्ड डायरिया के मरीज बढ़ गये है. ठंड लगने से उल्टी दस्त और पेट दर्द के मरीज भी अस्पताल पहुंच रहे है. इसके साथ ही हार्ट अटैक और सांस संबंधी बीमारियों के मरीज बढ़ गए है. बीमार होने वालों में बच्चों और बुजुर्गों की संख्या अधिक है.ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है, जबकि सुगर के मरीजों की परेशानी भी बढ़ रही है.चिकित्सक डॉ. संजय गिरी ने बताया कि लोग ठंड की चपेट में आने से बीमार हुए है. यदि छाती में दर्द के साथ सांस फूलना, चक्कर आना, मरीज बेहोशी की हालत में हो तो हार्ट अटैक हो सकता है. जबकि सुगर के मरीजों में छाती के दर्द को छोड़कर अन्य लक्षण हो तो वह मरीज गंभीर स्थिति में जा रहा है. ऐसे मरीजों को तत्काल डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए.

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