ठंड से अभी राहत के आसार नहीं

बुधवार को भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली.धूप न खिलने से दिन में भी गलन बरकरार रहा.जिसके चलते सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी कम रही.सरकारी दफ्तराें में भी कम उपस्थिति के रूप में देखने को मिल रहा है.यह ठंड अभी आगे भी बरकरार रहने के अनुमान हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 15, 2025 9:17 PM

संवाददाता,सीवान. बुधवार को भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली.धूप न खिलने से दिन में भी गलन बरकरार रहा.जिसके चलते सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी कम रही.सरकारी दफ्तराें में भी कम उपस्थिति के रूप में देखने को मिल रहा है.यह ठंड अभी आगे भी बरकरार रहने के अनुमान हैं. जलवायु परिवर्तन का असर सीधे तौर पर मौसम पर देखने को मिल रहा है. पहले ठंड का मौसम 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक माना जाता था. मकर संक्रांति से सूर्य के उत्तरायण होने बाद ठंड का असर कम होने लगता था. अब यह चक्र 20 से 25 दिन आगे बढ़ गया है. पिछले कुछ वर्षों के मौसम पर नजर डालें तो मकर संक्रांति के बाद से ठंड बढ़ने का दौर शुरू हो रहा है. यह ठंड फरवरी के प्रथम सप्ताह तक रह रही है. 10 जनवरी से लगातार शीतलहर का दौर जारी है.15 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद से ही ठंड अपने पूरे ऊफान पर दिखी. पिछले 15 दिनों से मौसम लोगों को परेशान किए हुए है. गलन भरी सर्दी के कारण लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है.बुधवार का अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. करीब पंद्रह दिनों से लोगों को सर्द हवाओं का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग ने अभी आगे भी मौसम ऐसे ही बने रहने की संभावना जताई है. मौसम विशेषज्ञ मनोज कुमार गिरी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बिना ठंड में कमी होने के आसार नही है. ठंड के मौसम में बरतें सावधानी चिकित्सकों का कहना है कि ठंड के मौसम में सावधानी अपनाकर बीमारी से बचाव कर सकते है.सर्दी के मौसम में गर्म कपड़े पहने व गर्म पेय का सेवन करे.इस मौसम में सुपाच्य भोजन करें.रूम में हीटर और ब्लोअर चलने के बाद बाहर निकलने से बचें.क्योंकि बाहर काम तापमान कम है.बीमार व्यक्ति को इलाज कराने के लिए ले जाते समय पर्याप्त कपड़ा पहनाएं.सांस के रोगियों को अलाव के पास मत बैठने दें.सुगर,ब्लड प्रेशर,हार्ट रोग से पीड़ित लोग नियमित दवाई का सेवन करेंबच्चे और बुजुर्ग निमोनिया की चपेट में जल्दी आ जाते है.उनपर विशेष ध्यान रखें. भूमध्य सागर से आने वाली हवा ला रही ठंडक मौसम विशेषज्ञ ब्रजकिशोर यादव का कहना है कि वर्तमान में पछुआ हवा चल रही है. इसके कारण ही हवा में तीखापन बना हुआ है.गुरुवार को भी हवा में ठंडक बनी रहेगी. भूमध्य सागर से आने वाली पछुआ हवा पहाड़ों से टकराकर मैदानी भागों में प्रवेश करती है तो वह ठंडी होती जाती है.इस कारण ही यह शरीर को वेधती महसूस होती है. हालांकि फिलहाल जिला में बारिश की कोई आशंका नहीं है.

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