मैरवा. अयोध्या से जनकपुर तक बनने वाले रामजानकी पथ के लिए जमीन अधिग्रहण पूर्व किसानों को मुआवजे की राशि देने का काम शुरू हो गया है. रविवार को मैरवा-गुठनी मुख्य मार्ग के बभनौली गांव के किसानों ने रामजानकी मार्ग में पड़ने वाले जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलने पर भड़क उठे, और दर्जनों किसान सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. आक्रोशित किसानों ने मांग किया कि सरकार यूपी की तर्ज पर 30 लाख रुपये कठ्ठा जमीन का मुआवजा दे, वरना हमलोग रामजानकी मार्ग नहीं बनने देंगे. आज सड़क जाम किये हैं, कल प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन करेंगे. सामाजिक कार्यकर्ता धनंजय पांडेय ने कहा कि भू-अर्जन कार्यालय द्वारा मुआवजा निर्धारण के पूर्व व्यक्तिगत नोटिस नहीं देना, स्थल जांच एवं सत्यापन का कार्य किसानों के समक्ष नहीं करना, भू अर्जन के पूर्व संबंधित रैयतों को सुनवाई के अवसर नहीं देना, बिहार सरकार द्वारा निबंधन हेतु स्टांप राशि की गड़ना पुराने ख़तियानों के आधार पर करना, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार गांव में भूमि अधिग्रहण के लिए वर्तमान बाजार भाव या वर्तमान के रजिस्ट्री मूल्य के चार गुना मुआवजा राशि निर्धारित करना, कॉर्मशियल बिजली मीटर लगाने के बाद भी भूमि को भीट में दर्शाना समेत अन्य कमियां है. उसने कहा कि 20 से 25 लाख रूपये की जमीन को सरकार 50 हजार से एक लाख रुपये तय किया है. यह किसानों के साथ छल है. उनकी भूमि को जबरन सरकार हड़पना चाह रही है. मौके पर बीडीसी श्रीप्रकाश राम, विनय भारती, राजकुमार गुप्ता, तरुण पांडेय, रामजी भारती, रमेश राम, शैलेंद्र सिंह, हरिंद्र सिंह, परभु सिंह, देवेंद्र सिंह, शम्भु सिंह, अभय सिंह, नरेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, मुक्ति नाथ भारती, भरत सिंह, राम प्रताप गुप्ता, मोतीलाल गुप्ता, अंकुर पर्वत, परमात्मा राम समेत अन्य किसान मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है