उचित मुआवज़ा नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने जताया विरोध
मैरवा -गुठनी मुख्य मार्ग में राम जानकी पथ में पड़ने वाली ज़मीन का उचित मुआवज़ा नहीं मिलने पर केलहरुआ गांव में मंगलवार को ग्रामीणों ने बैठक कर विरोध जताया
गुठनी. मैरवा -गुठनी मुख्य मार्ग में राम जानकी पथ में पड़ने वाली ज़मीन का उचित मुआवज़ा नहीं मिलने पर केलहरुआ गांव में मंगलवार को ग्रामीणों ने बैठक कर विरोध जताया. उन्होंने बताया कि राम जानकी पथ में प्रखंड के श्रीकरपुर, बिहारी बुजुर्ग, सरैया, कोढवालिया, केल्हरुआ, गोहरुआ, गुठनी, चिताखाल, ओदिखोर, जतौर, धनौती, टेकनिया, भठही, करेजी समेत 14 गांवों के किसानों का उपजाऊ भूमि चली गयी है. भू-अर्जन कार्यालय के द्वारा भूमि के प्रकार में काफी हेराफेरी की गई है. जिससे किसानों को भूमि का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. उन्होंने बताया कि मुख्य मार्ग से सटे हुए भूमि एवं मकान को भीट कृषि का नोटिस भेजा गया है और कुछ जमीन कॉमर्शियल भी है उसे भी भू अर्जन कार्यालय द्वारा उचित मुआवजा राशि तय नहीं किया गया है. बैठक में भूमि के प्रकार में सुधार कर किसानों को भूमि का उचित मूल्य नहीं मिलने पर चर्चा की गई. ग्रामीणों का आरोप है कि भू अर्जन कार्यालय द्वारा मुआवजा निर्धारण के पूर्व व्यक्तिगत नोटिस नहीं देना, स्थल जांच एवं सत्यापन का कार्य ग्रामीणों के समक्ष नहीं करना, भू अर्जन के पूर्व संबंधित रैयत को सुनवाई का अवसर नहीं देना, बिहार सरकार द्वारा निबंधन हेतु स्टाम्प राशि की गणना पृथक पुराने खतियान के आधार पर मूल्यांकन करना, अर्जित भूमि के आस पास वस्तु स्थिति तथा विभाग कार्य द्वारा जांच या तथ्य प्रभावित नहीं करना, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार गांव में भूमि अधिग्रहण के लिए वर्तमान बाजार भाव या वर्तमान के रजिस्ट्री मूल्य के चार गुना मुआवजा राशि निर्धारित करना, कमर्शियल बिजली मीटर लगने के बाद भी भूमि को भीट में दर्शाना समेत अन्य आरोप लगाते हुए कहा कि भू अर्जन कार्यालय के द्वारा सभी भूमि को सही मूल्य जब तक नहीं लगाई जाएगी जमीन अधिग्रहण नहीं होने दिया जाएगा. मौके पर आनंद नाथ तिवारी, सुधाकर शाही, कृष्णकांत नाथ तिवारी, रविकांत नाथ तिवारी, ज्योति नाथ प्रसाद, संतोष शाही, राम बढ़ाई शाह, रामजी यादव, सरफराज अंसारी, अनुरूध राम, रविंद्र गिरी समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे. क्या कहते है सीओ जमीन अधिग्रहण से जुड़े किसी मामले में शिकायत या दावा करने वाले लोगों को अंचल कार्यालय में लिखित आवेदन देना होगा. इसके बाद जांच कर उनकी आपत्ति को सही किया जा सके. डॉ विकास कुमार, सीओ गुठनी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है