विशेष दूत से मंगायी गयी टीबी फर्स्ट लाइन दवा

सीवान. टीबी की फर्स्ट लाइन दवा खत्म, सीडीओ ने एसटीओ को भेजा त्राहिमाम संदेश खबर छह जुलाई को प्रभात खबर में प्रमुखता से छपने के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद खुली. मंगलवार की सुबह लगभग एक महीने की फर्स्ट लाइन टीबी की दवा विभाग द्वारा उपलब्ध करा दी गई. टीबी की दवा उपलब्ध हो जाने के बाद मरीजों को काफी राहत मिली है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2024 9:57 PM

संवाददाता, सीवान. टीबी की फर्स्ट लाइन दवा खत्म, सीडीओ ने एसटीओ को भेजा त्राहिमाम संदेश खबर छह जुलाई को प्रभात खबर में प्रमुखता से छपने के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद खुली. मंगलवार की सुबह लगभग एक महीने की फर्स्ट लाइन टीबी की दवा विभाग द्वारा उपलब्ध करा दी गई. टीबी की दवा उपलब्ध हो जाने के बाद मरीजों को काफी राहत मिली है. खबर छापने के बाद सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद एवं सीडीओ डॉ अनिल कुमार सिंह ने छह जुलाई को विशेष मीटिंग बुलाई तथा जल्द से जल्द राज्य यक्ष्मा पदाधिकारी से बात कर टीबी के दवा मंगाने पर सहमति हुई. राज्य यक्ष्मा पदाधिकारी से बात हुई तो उनके द्वारा बताया गया की दवा तो उपलब्ध है, लेकिन सीवान जाने में अभी समय लगेगा. राज्य यक्ष्मा पदाधिकारी से बात होने के बाद सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद एवं सीडीओ डॉ अनिल कुमार सिंह ने सीवान से वाहन एव विशेष दूत भेजकर टीबी की दवा मंगाने का फैसला लिया. सोमवार को विशेष दूत को वाहन के साथ भेजा गया. मंगलवार की सुबह टीबी फर्स्ट लाइन दवा सीवान पहुंच गयी. विभाग द्वारा लगभग 2300 स्ट्रीप 4 एफडीसी तथा 2600 स्ट्रीप 3 एफडीसी दवा विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गयी है. जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्र को भेजी गई टीबी की दवा स्टेट से दवा आने के बाद मंगलवार को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में फर्स्ट लाइन टीबी की दवा भेजी गयी. बताया जाता है की सभी स्वास्थ्य केंद्रों को 4 एफडीसी एवं 3 एफडीसी दवा की 150-150 स्ट्रीप दवा दी जा रही है. विभाग की गाइड लाइन के अनुसार टीबी मरीजों को एक बार एक माह की दवा देनी है. लेकिन दवा के अभाव में मरीजों को 15 दिनों की दवा दी जा रही है.बताया जा रहा है की बहुत जल्द फिर दवा आ रही है. टीबी मरीजों को अब दवा की कमी नहीं होगी. टीबी मरीज को उपचार में इंटेंसिव फेज में दो महीने के लिए 4 एफडीसी तथा इसके बाद कंटिन्युएशन फेज में चार महीने 3 एफडीसी दवा दी जाती है. 4 एफडीसी में आइसोनियाज़िड, रिफैम्पिसिन, एथामब्यूटोल और पाइराज़िनामाइड तथा 3 एफडीसी आइसोनियाज़िड, रिफैम्पिसिन और एथमब्यूटोल दवा शामिल रहती है. बोले अधिकारी टीबी मरीजों की फर्स्ट लाइन दवा विभाग द्वारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया गया है. सभी स्वास्थ्य केंद्रों को दवा भेजी जा रही है. दवा की दूसरी खेप विभाग द्वारा बहुत जल्द भेजने का आश्वासन दिया गया है. डॉ अनिल कुमार सिंह, सीडीओ सह अधीक्षक सदर अस्पताल, सीवान

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