मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब के घर बंगाल पुलिस ने क्यों मारा छापा? सीवान एसपी ने बताया
पश्चिम बंगाल की पुलिस बुधवार को दिवंगत बाहुबली नेता और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब के घर छापेमारी करने पहुंची. पुलिस ने एसडीपीओ के नेतृत्व में ओसामा के पूरे मकान की तलाशी ली. इस संबंध में एसपी अमितेश कुमार ने पूरी जानकारी दी.
पश्चिम बंगाल पुलिस की टीम एसटीएफ और स्थानीय पुलिस के साथ बुधवार की दोपहर सीवान के नगर थाना क्षेत्र के नया किला स्थित मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब के घर पर छापेमारी की. बंगाल पुलिस रानीगंज थाना क्षेत्र में 10 जून को सेनको गोल्ड एंड डायमंड शोरूम में करीब 2.80 करोड़ रुपये के आभूषण की लूट में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए यहां पहुंची थी.
छापेमारी में पुलिस को कुछ नहीं मिला
छापेमारी करने वाली टीम ओसामा शहाब के घर पहुंची और उसके घर को चारों तरफ से घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया. इस दौरान स्थानीय लोग सादे लिबास और अत्याधुनिक हथियारों के साथ वर्दी में पुलिस को देखकर हैरान रह गए. छापेमारी के दौरान स्थानीय लोगों की भीड़ जमा न हो इसके लिए कई थानों की अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई थी. देखते ही देखते घर के बाहर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और ओसामा समर्थक जमा हो गए. छापेमारी के दौरान पुलिस को कुछ नहीं मिला. पुलिस जिस अपराधी को तलाश कर रही थी, वह फरार होने में सफल रहा.
डकैती में शामिल आरोपित के ओसामा शहाब के यहां छिपे होने की थी सूचना
मामले में एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि बुधवार को रानीगंज पुलिस पश्चिम बंगाल द्वारा नगर थाना सीवान को लिखित अधियाचना दी गई थी. अधियाचना से पता चला कि रानीगंज थाना कांड संख्या 188/24 में 10 जून 2024 को हुई लूट में बिहार के कुछ अभियुक्त शामिल थे. लूट में शामिल कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में गोपालगंज के हथुआ निवासी हसन नामक अभियुक्त का नाम सामने आया जो सीवान में ड्राइवर का काम करता है. जिसके संबंध में सूचना मिली कि वह अपने मालिक ओसामा शहाब के साथ सीवान के नया किला स्थित निजी आवास में छिपा हुआ है.
ओसामा के यहां ड्राइवर का काम करता था आरोपी
सीवान पुलिस एवं रानीगंज पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से गिरफ्तारी हेतु विधिवत जांच की गई. छापेमारी के पूर्व ही आरोपित फरार हो गया. एसपी ने बताया कि जिस मकान की तलाशी ली गई है वह ओसामा शहाब की है. आरोपी के विषय में बताया जा रहा है कि वह इनके यहां चालक का कार्य करता था. लेकिन छापेमारी में कुछ भी हाथ नहीं लगने के कारण पुलिस खाली हाथ लौट गई.
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सिविल में मौजूद थे पुलिस पदाधिकारी
छापेमारी के दौरान स्थानीय नगर थानाध्यक्ष सुदर्शन राम, महादेवा थानाध्यक्ष कुंदन कुमार पांडे, सराय थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार, हुसैनगंज थानाध्यक्ष विजय यादव, एससी एसटी थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी सादे लिवास में मौजूद थे. वहीं पुलिस लाइन से भी अतिरिक्त बल को बुलाया गया था.
दो लोगों को पुलिस ने उठाया
इधर छापेमारी के बाद टावर लोकेशन के आधार पर बंगाल पुलिस ने दो लोगों को उठाया हैं. बताते चलें कि शहर के बबुनिया मोड़ स्थित ललन कॉम्प्लेक्स में पुलिस मौजूद थी. तभी टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस ने हाइवे से दो लोगों को उठाया है. हालांकि कि इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से नकारती रही.