गंगा पर समानांतर पुल के लिए टेक्निकल बिड में छह एजेंसी सफल, जानें फाइनेंसियल बिड में कौन ले रहे हिस्सा
देश की नामचीन छह कार्य एजेंसी सफल रहे. मगर, हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एनसीसी) तकनीकी मूल्यांकन में छंट गया और वह अब टेंडर से आउट हो गया है.
ब्रजेश, भागलपुर. विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल निर्माण के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली की ओर से अपनायी जा रही टेंडर की प्रक्रिया के तहत कुछ दिन पहले टेक्निकल बिड खुला है.
इसका मूल्यांकन शुक्रवार को टेक्निकल बिड मिनिस्ट्री के टेंडर कमेटी ने की. इसमें देश की नामचीन छह कार्य एजेंसी सफल रहे. मगर, हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एनसीसी) तकनीकी मूल्यांकन में छंट गया और वह अब टेंडर से आउट हो गया है.
दरअसल, एनसीसी लिमिटेड द्वारा समर्पित डाॅक्यूमेंट की समीक्षा के क्रम में कई खामियां मिली और इसके चलते वह सफल नहीं हुआ. एजेंसी ने आवश्यकताओं के विपरीत ब्रैकेट और केबल वाला पुल के लिए क्रेडेंशियल्स संलग्न किया था. जबकि क्लॉज के अनुसार यह ठहरा व बढ़ा हुआ पुल है.
इस वजह से टेक्निकल बिड के मूल्यांकन में छंट गया है. अब टेक्निकल बिड में सफल कार्य एजेंसियों का फाइनेंसियल बिड अगले कुछ दिनों में खुलेगा.
जिस एजेंसी का बिड रेट सबसे कम होगा यानी जिस कार्य एजेंसी के नाम से फाइनेंसियल बिड में खुलेगा, उन्हें वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जायेगा. नये साल में समानांतर पुल का निर्माण कार्य शुरू होगा. सात दिसंबर को टेक्निकल बिड का टेंडर खुला है.
अब निर्माण के 10 साल तक करना होगा मेंटेनेंस
समानांतर पुल बनाने के लिए अगले कुछ दिनों में फाइनेंसियल बिड खुलेगा और इसके साथ कार्य एजेंसी का भी चयन हो जायेगा मगर, सबसे बड़ी बात यह है कि जो कोई इसे बनायेगा, उन्हें अब निर्माण के 10 साल तक मेंटेनेंस कराते रहना होगा.
पहले पांच साल तक मेंटेनेंस पीरियड निर्धारित था और इसको अब बढ़ा कर 10 साल कर दिया गया है. समानांतर पुल का निर्माण के लिए 48 माह की अवधि निर्धारित की गयी है. टेंडर वेल्यू 958.35 करोड़ है.
एजेंसी ही करेगी डिजाइन के साथ इंजीनियरिंग और बनेगा फोरलेन पुल
चयनित कार्य एजेंसी ही डिजाइनिंग के साथ इंजीनियरिंग करेगी और समानांतर फोर लेन पुल बनायेगी. यानी, फोरलेन पुल का निर्माण इपीसी मोड(इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) होगा. यह पुल विक्रमशिला सेतु के समानांतर में कुछ दूर हट कर बनेगा.
इसकी लंबाई विक्रमशिला सेतु जितनी होगी. अप्रोच रोड नवगछिया की ओर 875 मीटर और भागलपुर तरफ 987 मीटर लंबा होगा. भागलपुर में नयी घोषित एनएच-131बी पर गंगा नदी पर बनेगा.
टेक्निकल बिड के मूल्यांकन में सफल कार्य एजेंसी
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एबीएल ब्रिज जेवी
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एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड
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गेमन इंजीनियरिंग एंड कांट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड
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हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड
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लार्सन एंड टूब्रो लिमिटेड
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एसपी सिंघला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड
Posted by Ashish Jha