Bihar News: बूढ़ी गंडक नदी में स्नान करने गये थे 10 दोस्त, छह डूबे, लापता बच्चों को तलाश रही एसडीआरएफ की टीम
Bihar News: घटना शनिवार की शाम सवा चार बजे की है. एसडीआरएफ की टीम के साथ स्थानीय नाविक लापता दोनों बच्चों की खोजबीन में देर शाम तक जुटी हुई है. नदी किनारे सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी हुई है.
मुजफ्फरपुर. अहियापुर थानाक्षेत्र के बड़ा जगन्नाथ पंचायत के भगवतीपुर गांव में बूढ़ी गंडक नदी में नहाने के छह बच्चे डूबने लगे. इसमें से चार बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि दो बच्चों का पता नहीं चल पाया है. घटना शनिवार की शाम सवा चार बजे की है. एसडीआरएफ की टीम के साथ स्थानीय नाविक लापता दोनों बच्चों की खोजबीन में देर शाम तक जुटी हुई है. नदी किनारे सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी हुई है.
लापता बच्चों में उमेश राय का पुत्र प्रशांत कुमार (12) और श्रीनाथ राय का पुत्र सन्नी कुमार (12) शामिल हैं. वहीं, नदी से सुरक्षित बाहर निकाले गये बच्चों में राजू सहनी का पुत्र विकास कुमार (13) रामू सहनी का पुत्र रौशन कुमार (14), संजीव कुमार (12) और त्रिवेणी सहनी का पुत्र रौशन कुमार (13) शामिल हैं. दारोगा चंद्रकिशोर मंडल के नेतृत्व में पुलिस टीम देर शाम तक नदी किनारे डटी हुई थी. अधिक अंधेरा होने के कारण बच्चे का पता नहीं चल पाया. अब टीम रविवार की सुबह दोनों बच्चे की तलाश करेगी.
जानकारी के अनुसार, भगवतीपुर गांव में शनिवार की शाम 10 बच्चे बूढ़ी गंडक नदी किनारे खेल रहे थे. इस दौरान छह बच्चे नदी में नहाने चले गये. नदी में नहाने के दौरान सभी छह बच्चे गहरे पानी में जाने के बाद डूबने लगे. उन्हें डूबते देख नदी के किनारे खड़े चार दोस्त शोर मचाने लगे. आसपास की लोगों की मदद से चार बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि दो बच्चों का पता नहीं चल पाया है. प्रशांत की मां रो-रोकर हो रही थी बेहोश : बेटे के नदी में डूबने की खबर सुनने के बाद उसकी मां दौड़ते-दौड़ते नदी किनारे पहुंची. बेटे के कपड़े को देखकर वह बेहोश हो गयी. सन्नी के मां का भी रो-रो कर हाल बेहाल था.
दोस्तों ने जान की बाजी लगा बचायी चार साथियों की जान
छह दोस्तों को डूबते देख नदी के किनारे खड़े चार दोस्तों ने भी अपनी जान की परवाह किये बिना शोर मचाते हुए नदी में छलांग लगा दी. इस बीच आसपास के लोग भी नदी किनारे पहुंच गये. काफी मशक्कत के बाद चार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
Posted by: Radheshyam Kushwaha