दरभंगा. डीजीएम स्तर के पूर्व कैडर अधिकारी एसके चतुर्वेदी, दरभंगा के नये एयरपोर्ट निदेशक (एपीडी) होंगे. दरभंगा के मौजूदा एपीडी मनीष कुमार को एयरपोर्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट में उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया है. उनके नये पदस्थापन की सूचना बाद में दी जाएगी.
नये निदेशक के पदभार ग्रहण करने के बाद दरभंगा एयरपोर्ट पर चल रहे निर्माण कार्य में तेजी आने की उम्मीद जतायी जा रही है. नये डायरेक्टर के सामने कई चुनौतियां हैं. उन्हें यात्री सुविधाओं के विकास और नये टर्मिनल भवन के निर्माण पर तुरंत ध्यान देना होगा. एसके चतुर्वेदी ने मीडिया से कहा कि जल्द ही दरभंगा एयरपोर्ट निर्बाध रूप से विमान परिचालन के लिए पूरी तरह तैयार हो जायेगा.
इधर, दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर ने मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की. दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्री सुविधा से जुड़े पहलुओं को लेकर बात की. सांसद ने कहा कि यात्रियों की भारी आवाजाही को ध्यान में रखते हुए 2.4 एकड़ में लगभग 38 करोड़ की लागत से टर्मिनल भवन का विस्तार किया जा रहा है.
इससे टर्मिनल भवन पर यात्री क्षमता बढ़ेगी. सीमित संसाधन के बावजूद उड़ान योजना के अंतर्गत दरभंगा एयरपोर्ट देश का सबसे सफलतम एयरपोर्ट है. यात्री सुविधा के विकास को लेकर भारत सरकार पूरी तत्परता से काम कर रही है. एयरपोर्ट पर टर्मिनल भवन के विस्तार के साथ यात्री सुविधा के लिए वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था भी की जा रही है.
लगभग 73.22 करोड़ की लागत से रनवे के सुदृढ़ीकरण, एप्रान, एयरपोर्ट परिसर में गाड़ियों के आने-जाने वाले रास्ते एवं अन्य कार्य, लगभग 8.6 करोड़ की लागत से ग्राउंड लाइटनिंग का कार्य और लगभग 30.35 करोड़ की लागत से दृश्य उड़ान नियम (वीएफआर) रिसिवर्स को इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल्स (आइएफआर) रिसिवर्स में अपग्रेड किया जा रहा है.