पटना. बिहार की राजधानी पटना में रमजान के आखिरी जुमे को अलविदा की नमाज के बाद यूपी में मारे गये गैंगस्टर अतीक अहमद के पक्ष में जमकर नारेबाजी हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी खूब नारेबाजी हुई. यह घटना पटना रेलवे स्टेशन से सटे जामा मस्जिद में अलविदा की नमाज के बाद हुआ. सुरक्षा के लिए वहां पुलिस बल तैनात थी लेकिन पुलिस के जवानों ने नारेबाजी करने वालों से दूरी बनाये रखी.
पटना की जामा मस्जिद के बाहर अलविदा की नमाज के बाद कुछ लोग अचानक अतीक अहमद के समर्थन में नारे लगाने लगे. नमाज पढ़ कर उठे लोगों में से एक समूह ने सड़क पर ही नारेबाजी करनी शुरू कर दी. नारे लगाते लोगों को देखकर वहां जमा हुए सैकड़ों लोग हैरान रह गये. उन्होंने काफी देर तक नारेबाजी की, लेकिन आम नबाजी से उन्हें कोई खास समर्थन नहीं मिला. यहां तक कि इस दौरान कोई पुलिसवाला भी उनकी ओर झांकने तक नहीं आया.
नारेबाजी का नेतृत्व कर रहे रईस गजनवी ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज हमने दुआ किया..या अल्लाह, अतीक अहमद की शहादत को कबूल फरमा. आज हमने यही दुआ किया अल्लाह से कि अतीक अहमद, अशरफ अहमद और असद अहमद की शहादत को कबूल फरमा. उन्हें मारा गया. योगी सरकार ने उन्हें योजनाबद्ध तरीके से मरवाया. इस हत्या में सरकार का हाथ है. रईस गजनवी ने कहा कि शहीद हुआ है अतीक अहमद. हमारी नजर में वह शहीद हो गया.
हालांकि रईस गजनवी के बयान को लेकर मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष फैजल इमाम ने कहा कि मेरे संज्ञान में भी मामला आया है. एक आदमी के चलते ऐसे मामलों को तूल नहीं देना चाहिए. मीडिया खामखां उसको हीरो बना रही है. मैं मस्जिद कमेटी का अध्यक्ष होने के नाते इस बात को दरकिनार करता हूं. कमेटी की तरफ से ना तो ऐसा कोई बयान आया है ना मामला ही. हम ऐसी बातों का बिल्कुल समर्थन नहीं करते हैं.