सीता के चक्रव्यूह में फंसीं मीरा, गंवायी अपनी कुर्सी, पटना के नये डिप्टी मेयर को लेकर मंथन शुरू
दो साल पहले लॉटरी से पटना नगर निगम की डिप्टी मेयर पर आसीन मीरा देवी ‘सीता’के चक्रव्यूह में फंस गयीं. अविश्वास प्रस्ताव बचाने में असफल रहने पर उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी. उनके खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 38 वोट पड़े, जबकि दो वोट विपक्ष में पड़े. 14 वोट रद्द हो गये.
पटना. दो साल पहले लॉटरी से पटना नगर निगम की डिप्टी मेयर पर आसीन मीरा देवी ‘सीता’के चक्रव्यूह में फंस गयीं. अविश्वास प्रस्ताव बचाने में असफल रहने पर उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी. उनके खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 38 वोट पड़े, जबकि दो वोट विपक्ष में पड़े. 14 वोट रद्द हो गये.
वोटिंग के दौरान पूर्व उप महापौर व वार्ड संख्या 28 के पार्षद विनय कुमार पप्पू व वार्ड संख्या 29 की पार्षद अर्चना राय ने अविश्वास प्रस्ताव का बहिष्कार किया. वहीं, मेयर सीता साहू व डिप्टी मेयर मीरा देवी ने वोट नहीं किया. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर हुई बैठक में मेयर, डिप्टी मेयर सहित निगम के कुल 75 पार्षदों में से 58 ही उपस्थित रहे, जबकि 17 पार्षद अनुपस्थित रहे.
वोटिंग के बाद नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 38 वोट पड़े. वहीं दो वोट विपक्ष में मिले. वोट की घोषणा के बाद पूर्व उप महापौर विनय कुमार पप्पू के साथ मीरा देवी बैठक हॉल से निकल गयीं. वोटिंग के दौरान जिला प्रशासन की ओर से एनइपी निदेशक मदन कुमार प्रेक्षक के रूप में तैनात थे. डिप्टी मेयर के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शुक्रवार को बांकीपुर अंचल सभागार में पूर्वाह्न 11:30 बजे बैठक शुरू हुई.
बैठक के लिए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम था. बैठक में केवल पार्षदों के प्रवेश की अनुमति थी. वार्ड संख्या इसके अलावा निगम के अधिकारी व कर्मी थे. अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक की शुरुआत मेयर सीता साहू ने पीठासीन पदाधिकारी के रूप में की. उन्होंने डिप्टी मेयर मीरा देवी पर 29 पार्षदों द्वारा लगाये गये आरोप की जानकारी देते हुए पार्षदों से अपनी बात रखने को कहा.
इस पर अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में आशीष कुमार सिन्हा व इंद्रदीप चंद्रवंशी ने अपनी बात रखी, जबकि अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में पूर्व उप महापौर विनय कुमार पप्पू व खुद डिप्टी मेयर मीरा देवी ने लगाये गये आरोप का माकूल जवाब दिया. लगभग दो घंटे तक दोपहर 12:40 बजे तक चली प्रक्रिया के बाद वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई. दो घंटे बाद लगभग 2:30 बजे वोट से निर्णय हुआ. अंतत: डिप्टी मेयर मीरा कुमारी को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी.
नये डिप्टी मेयर को लेकर मंथन शुरू
डिप्टी मेयर पद से मीरा देवी के हटने के बाद अब मेयर गुट की ओर से इस पद के लिए मंथन शुरू हो गया है. मेयर गुट की ओर से चार-पांच नामों की चर्चा है. इनमें सदस्य आशीष कुमार सिन्हा, इंद्रदीप चंद्रवंशी, सुचित्रा सिंह सहित अन्य के नाम हैं.
पिछली बार डिप्टी मेयर के चुनाव में आशीष कुमार सिन्हा व मीरा देवी को बराबर वोट मिले थे. लॉटरी से मीरा जीती थीं. मेयर सीता साहू ने बताया कि पार्षदों के साथ बैठक कर जल्द निर्णय लिया जायेगा. फिर से महिला डिप्टी मेयर होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है.
Posted by Ashish Jha