दिल्ली के तर्ज पर बिहार में लगेगा प्रदूषण को खत्म करने वाले स्मॉग टॉवर, शहर की प्रमुख सड़कों पर बनेंगे साइकिलिंग ट्रैक
पथ निर्माण विभाग और नगर विकास व आवास विभाग से को-ऑर्डिनेशन कर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग शहर के प्रमुख सड़कों में साइकिलिंग ट्रैक बनायेगा.
पटना. पथ निर्माण विभाग और नगर विकास व आवास विभाग से को-ऑर्डिनेशन कर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग शहर के प्रमुख सड़कों में साइकिलिंग ट्रैक बनायेगा. नयी दिल्ली के तर्ज पर प्रदूषण को खत्म करने वाले स्मॉग टॉवर को पायलट बेसिस पर लगाया जायेगा.
यह निर्देश विभाग के नये मंत्री नीरज कुमार सिंह ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिया. समीक्षा बैठक में प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, मुख्यालय के प्रधान मुख्य वन संरक्षक स्तर और वन संरक्षक स्तर के सभी अधिकारी मौजूद रहे.
उन्होंने कहा कि विभाग में युवाओं के लिए बहुत अवसर है. मंत्री ने अधिकारियों को फ्लाइ ऐश की उपयोगिता के संबंध में केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय को फिर से पत्र लिखने के निर्देश दिये. साथ ही सभी विभागों द्वारा निर्माण में फलाइ ऐश ईंट का उपयोग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
इस साल पांच करोड़ पौधारोपण के लिए संबंधित विभागों से सहयोग लेकर नहरों के किनारे प्राथमिकता से पौधा लगाने के लिए कहा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आम लोगों को बंदरों, जंगली सूअरों, नील गायों से होने वाली समस्याओं से निजात दिलाने के उपाय ढूंढें. इसके साथ ही पूर्णिया जिले के बरहराकोठी प्रखंड स्थित लादूगढ़ जलाशय को विकसित करने के निर्देश दिये गये. यह जलाशय स्थानीय, प्रदेश और देश के साथ-साथ मध्य एशियाई प्रवासी पक्षियों का निवास स्थल है.
राज्य के सुपौल जिले में गिद्ध संरक्षण क्षेत्र को विकसित करने के उद्देश्य से जमीन की तलाश होगी. इसका मकसद गिद्ध संवर्द्धन और प्रजनन को बढ़ावा देना है. साथ ही ‘पर्यावरण मित्र’ या ‘अपमार्जक’ कहे जाने वाले पक्षियों की इस प्रजाति की संख्या में वृद्धि हो सकेगी.
सुपौल जिले के वीरपुर में वन विभाग को हस्तांतरित जमीन में जलाशय भी शामिल हैं. उसे भी इको-पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के दिशा निर्देश जारी किये गये.
Posted by Ashish Jha