बिहार के रास्ते बनाए जा रहे सुगम व सुरक्षित, 2023-24 में छह बाइपास का होगा निर्माण
वर्ष 2023-24 में 272 किमी पथों के चौड़ीकरण और मजबूती करण की योजना नाबार्ड के तहत प्रस्तावित है. शेष पथों का भी चरणबद्ध तरीके से राज्य योजना से चौड़ीकरण किये जाने की योजना है.
पटना. बिहार के उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के मामले में बिहार देश का लीडिंग स्टेट है. अच्छी कनेक्टिविटी के लिए राज्य में अच्छी सड़कें और अच्छा पुल का निर्माण किया जा रहा है. रास्ते को सुगम और सुरक्षित बनाये जा रहे हैं. इसकी मेंटेनेंस की भी व्यवस्था की गयी है और उनकी रियल टाइम मॉनीटरिंग की जा रही है. बिहार की इन्फ्रास्ट्रक्चर की तारीफ केंद्र सरकार ने भी की है. केंद्र सरकार के लोग बिहार में आकर रोड मेंटेनेंस पॉलिसी सीख के गये हैं. जेपी गंगा पथ परियोजना के दीघा से पीएमसीएच पथांश का लोकार्पण किया गया है. महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन के लोकार्पण से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार का आवागमन संपर्कता सुगम हुई है. उन्होंने कहा कि केंद्र की लापरवाही के कारण राज्य के कई नेशनल हाइवे का निर्माण कार्य अटका पड़ा है, जिसमें हाजीपुर-छपरा और पटना-गया और डोभी प्रमुख हैं.
कटिहार में महानदी पर 200 करोड़ की लगात से बनेगा पुल
सीमाचंल के महानदी पर 200 करोड़ से पुल का निर्माण करने की योजना है.उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भू-अर्जन की परेशानी दूर करने के लिए विभाग में अलग से सेल का गठन किया गया है और अधिकारियों की तैनाती की गयी है.
2023-24 में 272 किमी पथों के चौड़ीकरण और छह बाइपास का होगा निर्माण
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पथ निर्माण विभाग के अधीन वर्तमान में कुल 15637 किमी वृहद जिला पथ है, जिसमें से 5531 किमी सिंगल लेन है, जिसे कम से कम इंटरमीडिएट लेन में उन्नयन किया जाना है. वर्ष 2023-24 में 272 किमी पथों के चौड़ीकरण और मजबूती करण की योजना नाबार्ड के तहत प्रस्तावित है. शेष पथों का भी चरणबद्ध तरीके से राज्य योजना से चौड़ीकरण किये जाने की योजना है. वहीं, अगले वित्त वर्ष में छह बाइपास के निर्माण भी होंगे. जिनमें दरभंगा में बहेड़ी, भोजपुर में चंदवा से धनुपरा, खगड़िया में नगर सुरक्षा बांध, गया में गुरूआ, किशनगंज में बहादुरगंज और सारण में मशरक बाइपास प्रस्तावित हैं.
1850 करोड़ से अधिक की कुल 41 योजनाओं की स्वीकृति प्रक्रियाधीन
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में नाबार्ड ऋण के तहत लगभग 1850 करोड़ से अधिक की कुल 41 (25 पथ योजना एवं 16 पुल योजना) योजनाओं की स्वीकृति प्रक्रियाधीन है. इसके लिए 31मार्च , 2023 से पहले कैबिनेट से मंजूरी ली जायेगी.
इनमें प्रमुख योजनाएं
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पटना के लोदीपुर से पैनाल भाया गोपालपुर पथ 50 करोड़
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मनेर से हल्दी छपरा भाया हाथी टोला पथ 40 करोड़
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दरभंगा के करेह नदी पर हायाघाट के पास बने पुल से इनमाईत ढाला तक पुल का निर्माण 80 करोड़
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भोजपुर के आरा-छपरा के बीच वीर कुंवर सिंह सेतु के पहुंच पथ का निर्माण कार्य 90 करोड़
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रोहतास के अकबरपुर – अधौरा पथ 118 करोड़
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सीवान के तीयर पथ में गंडक नहर के उपर सीवान-सिसवन पथ तक का कार्य 90 करोड़
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लखीसराय के पचना रोड – लखीसराय – शेखपुरा पथ 65 करोड़
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सुपौल के बीएसएस कॉलेज परसरमा से चैनसिंहपट्टी पथ
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समस्तीपुर के सरायरंजन से ककड़घट्टी पथ 35 करोड़
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सीतामढ़ी के पुपरी से चोरौत पथ का निर्माण कार्य 70 करोड़
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