नेपाल से नकली नोटों के तस्कर बिहार की सीमा से लगे जिलों में अपना नेटवर्क फैला रहे हैं. सीतामढी के परसौनी थाने की पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के चार तस्करों को गिरफ्तार किया है जिनका संबंध नेपाल से भी है. पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार धंधेबाजों ने बड़ा खुलासा किया है. इसमें यह बात सामने आ रही है कि धंधेबाजों के एक गिरोह ने भारतीय बाजार में करोड़ों रुपये के नकली नोट सप्लाई किए हैं. एसपी मनोज कुमार तिवारी ने शनिवार को बताया कि परसौनी थानाध्यक्ष सुनीता कुमारी को गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति भगवानपुर चौक पर रामजतन राय नामक दुकानदार के यहां एक सौ के जाली नोट के साथ पहुंचा हुआ है. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए जाली नोट के इन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि सूचना मिलने के बाद थानाध्यक्ष तुरंत मौके पर पहुंची और जाली नोट के साथ राजेश कुमार नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी लेने पर उसके पास एक सौ के 25 जाली नोट मिले. वह मेजरगंज थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव के रामस्नेही राय का पुत्र है. जाली नोट की पुष्टि होने के बाद बेलसंड एसडीपीओ सोनल कुमारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी. गठित टीम ने कार्रवाई करते हुए अशोगी गांव के पूर्व मुखिया रामवृक्ष यादव के घर पर छापेमारी की, जहां से नोट छापने का कटर मशीन के साथ अन्य उपकरण बरामद किया गया. इस कार्रवाई में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया.
गिरोह का नेपाल से है कनेक्शन
पुलिस की कार्रवाई में गिरफ्तार धंधेबाजों का कनेक्शन नेपाल से जुड़ा है. नेपाल का चंदन शातिर बदमाश है. नेपाल पुलिस से उसके बारे में जानकारी मिली है. चंदन सीतामढ़ी में मजदूरी करता है और जाली नोट के धंधे वाले इस गिरोह से भी जुड़ा हुआ था.
नेपाल का मोस्ट वांटेड है चंदन, खोज रही नेपाल पुलिस
नेपाल पुलिस के अनुसार, चंदन काफी शातिर और खतरनाक अपराधी है. वह यहां की पुलिस को परेशान कर रखा है. नेपाली पुलिस भी चंदन को गिरफ्तार करने की काफी कोशिश कर चुकी है, पर वह हाथ नहीं लगा था. इधर, गिरफ्तार रविभूषण भी हत्या के मामले में जेल जा चुका है.
अब तक 3700 जाली नोट बरामद
एसपी ने बताया कि अब तक 3700 जाली नोट मिला है. अन्य नोटों की गिनती नहीं की जा सकी है. गिरोह में अन्य सदस्य है, जिसकी गिरफ्तारी को कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने धंधेबाज के मोबाइल से वीडियो बरामद हुआ है, जिसमें करोड़ों के जाली नोट भारतीय बाजार में पहुंचाने की बात कही जा रही है. पुलिस ने उक्त मोबाइल को जब्त कर लिया है.
पूर्व मुखिया के घर से बरामद हुआ जाली नोट व सामग्री
बेलसंड एसडीपीओ सोनल कुमारी व परसौनी थानाध्यक्ष सुनीता के नेतृत्व में पुलिस ने शिवहर जिले के पुरनहिया थाना क्षेत्र के अशोगी के पूर्व मुखिया रामवृक्ष प्रसाद यादव के घर पर छापेमारी की और उनके पुत्र संजय यादव को गिरफ्तार किया. पूर्व मुखिया के घर से नकली नोट बनाने का पेपर, पावडर, कलर और कटर के आलावा जाली नोट समेत अन्य सामग्री बरामद हुई. उसकी निशानदेही पर नेपाल के सर्लाही जिले के गरहिया डुमरिया के चंदन कुमार और मेजरगंज थाना क्षेत्र के कुआरी मदन गांव के रविभूषण कुमार को गिरफ्तार किया गया.
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इन लोगों को किया गया गिरफ्तार
थानाध्यक्ष सुनीता कुमारी के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में जाली नोट छापने का कटर मशीन, नोट छापने का कागज, नोट का रंग के साथ जाली नोट भी बरामद हुआ. गिरफ्तार व्यक्तियों में मेजरगंज थाना के रामपथ पकरी गांव के रामसनेही राय के पुत्र राजेश कुमार, कुआरी मदन के रविभूषण कुमार, नेपाल के सर्लाही जिले के गरहिया डुमरिया के चंदन कुमार तथा शिवहर जिला के पुरनहिया थाना क्षेत्र के अशोगी पंचायत के पूर्व मुखिया रामवृक्ष प्रसाद यादव के पुत्र संजय राय है.
पुलिस को कैसे मिली जानकारी
जानकारी के अनुसार भगवानपुर के रामजतन राय के दुकान पर राजेश कुमार नामक व्यक्ति एक सौ रुपए का नोट दिया जिसपर दुकानदार को जाली नोट का शक हुआ. दुकानदार ने पुलिस को खबर की. पुलिस ने उक्त व्यक्ति की तलाशी ली जिसमें उसके पास से 100 रुपया के 2500 जाली नोट बरामद हुआ. उसकी निशानदेही पर पुलिस अशोगी गांव के पूर्व मुखिया रामवृक्ष यादव के घर पर छापेमारी की, जहां से नोट छापने का कटर मशीन के साथ अन्य उपकरण बरामद किया गया.
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अन्य जिलों में भी कार्रवाई की तैयारी
पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई के बाद बिहार के रास्ते अन्य राज्यों में जाली नोट की तस्करी करने वाले गिरोह को बड़ा धक्का लगा है. वही पुलिस आगे भी नेपाल सीमा से सटे जिलों में कार्रवाई करने की योजना बना रही है.