अयोध्या में लीन रहे सोशल मीडिया यूजर्स, हर तीसरे युवा ने इंटरनेट पर किया राम को सर्च

भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सोशल मीडिया भी राममय रहा. ‘एक्स’ के साथ अन्य सोशल मीडिया पर पूरे दिन भगवान श्रीराम ट्रेंड कर रहे थे. गांव से लेकर शहर तक जहां कीर्तन भजन व शोभायात्रा निकालकर लोगों ने अपनी खुशी का इजहार किया तो वहीं सोशल मीडिया पर भी सिर्फ राम नाम ही छाया रहा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2024 4:40 PM

अनुराग प्रधान, पटना. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सोशल मीडिया भी राममय रहा. ‘एक्स’ के साथ अन्य सोशल मीडिया पर पूरे दिन भगवान श्रीराम ट्रेंड कर रहे थे. भक्त अपनी भावनाएं जाहिर कर रहे हैं. सोमवार को भी अलग-अलग सोशल मीडिया पर भगवान श्रीराम के भक्ति में लोग गोता लगाते रहें. सोशल मीडिया पर चल रहे भगवान श्रीराम के गीत व पोस्टर इसे बयां कर रहे. एक्स, फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म है सब भगवान राम के गीतों से गूंज रहे थे.

एक्स के टॉप 10 ट्रेंड में सात में राम ही रहे

सोमवार को एक्स के टॉप 10 ट्रेंड में सात में राम ही रहे. पहले, दूसरे, तीसरे, पांचवें, छठे, नौवें व 10वें नंबर पर अलग-अलग हैशटैग से भगवान श्रीराम ट्रेंड करते रहें. भारत में पहले नंबर पर #RamJyoti, दूसरे नंबर पर #Jaishreeraam, तीसरे नंबर पर #हर_दिल_अयोध्या, पांचवें नंबर पर #राम ज्योति, छठे नंबर पर #Diwali, नौवें नंबर पर #राम भारत व 10वें नंबर पर #deepawali ट्रेंड करता रहा. वहीं, 11वें से 20 नंबर पर भी श्रीराम ही शामिल रहें. 11 से 15वें व 17 से 20 नंबर पर ट्रेंडिंग में भगवान श्रीराम ही ट्रेंड करता रहा.

युवाओं ने 30 प्रतिशत कम इंटरनेट प्रयोग किया

साइबर एक्सपर्ट दीपक गुप्ता ने बताया कि सोमवार को अन्य दिनों की अपेक्षा युवाओं ने 30 प्रतिशत कम इंटरनेट प्रयोग किया. वहीं, गलत साइट पर जाने वाला सिर्फ पांच प्रतिशत ही युवा नजर आये. प्रत्येक तीन युवा में एक राम के बारे में सर्च किया. बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिसा, दिल्ली का ग्राफ की बात करें तो फिल्मी गाने और फिल्म में युवाओं का ग्राफ मात्र चार प्रतिशत ही रहा.

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पांच साल से 12 साल के बच्चे राम के इतिहास गूगल से खोज रहे थे

स्कूल के बच्चे प्रायः पांच साल से 12 साल के बच्चे राम के इतिहास गूगल से खोज रहे थे. बच्चों में एक दूसरे के एब्यूज ( गली गलौज ) का ग्राफ पहले से पांच प्रतिशत कम रहा. औसत परिवार के लोग ने बच्चों को मोबइल देखते हुए कहा राम भक्त का गाना लगा दो. 60 प्रतिशत बच्चे अपने मां-पिता के घर में बैठकर अयोध्या का लाइव देखा, वहीं, कई परिवार ने खुद से बच्चों को राम के बारे में बताया

दीपावली की तरह उत्सव मनाया

युवा पीढ़ी तो बढ़ चढ़कर इसमें हिस्सा ले रहे हैं. सभी किसी न किसी माध्यम से सोशल मीडिया पर राम की अलग-अलग कहानियों और उनके विचारों को पोस्ट कर रहे हैं. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर चारों तरफ उल्लास देखने को मिला. गांव से लेकर शहर तक जहां कीर्तन भजन व शोभायात्रा निकालकर लोगों ने अपनी खुशी का इजहार किया तो वहीं सोशल मीडिया पर भी सिर्फ राम नाम ही छाया रहा. लोगों ने अपने अपने घरों को सजाकर दीपावली की तरह उत्सव मनाया और उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया. सोशल मीडिया पुरी तरह से राममय हो गया है.

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