बिहार के गांवों को रोशन करने के लिए पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का काम आरंभ हो गया है. मार्च 2023 तक पहले चरण में राज्य के हर ग्राम पंचायत के कम से कम चार-चार वार्ड में सोलर स्ट्रीट लाइट लगा दी जायेगी. इसके बाद अप्रैल से शेष वार्डों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का काम शुरू किया जाएगा.
सरकार द्वारा 10 एजेंसियों को जिम्मेदारी दी गयी
सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने के इस काम के लिए सरकार द्वारा 10 एजेंसियों को जिम्मेदारी दी गयी है. साथ ही सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने वाली एजेंसी को पांच साल तक इसका मेंटनेंस भी करना है. इसे रिमोट मॉनीटरिंग सिस्टम (आरएमएस) से जोड़ा जायेगा, जिससे राजधानी में बैठ कर यह पता किया जा सकेगा कि कितनी लाइट जली है या नहीं जली है.
अभी तक 1288 सोलर स्ट्रीट लाइट लगायी जा चुकी
पंचायती राज विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी तक सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य योजना मद से एक करोड़ 88 लाख 92 हजार रुपये जारी किये गये हैं ,जबकि छठे राज्य वित्त आयोग की अनुशंसा पर 57 करोड़ दिया गया है. एक सोलर स्ट्रीट लाइट के लगाने पर 30 हजार 669 रुपये खर्च हो रहे हैं , जिसमें पांच साल का मेंटनेंस भी शामिल है. राज्य के 14 जिलों की 15 पंचायतों में अभी तक 1288 सोलर स्ट्रीट लाइट लगायी जा चुकी हैं.
इन जिलों में शुरू हुआ है लाइट लगाने का काम
राज्य के जिन जिलों में स्ट्रीट लाइट लगाने का काम शुरू हुआ है , उनमें बेगूसराय, भोजपुर, दरभंगा, खगड़िया, मधुबनी, मुंगेर, नालंदा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, शिवहर, सीवान और वैशाली शामिल हैं.
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